प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार (15 नवंबर 2025) को गुजरात के नर्मदा जिले के डेढ़ियापाड़ा में आयोजित जनजातीय गौरव दिवस समारोह में कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि आदिवासी समुदाय ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में अतुलनीय योगदान दिया, लेकिन कांग्रेस के 60 साल के शासन के दौरान उनके बलिदानों को व्यवस्थित रूप से नज़रअंदाज़ किया गया।
पीएम मोदी ने कहा कि अनेक आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों—जैसे गोविंद गुरु, रूपसिंह नायक और मोटीलाल तेजावत—ने देश की आज़ादी की लड़ाई में अग्रिम पंक्ति में रहकर संघर्ष किया। लेकिन कांग्रेस ने “कुछ परिवारों” को श्रेय देने के लिए आदिवासी समुदाय की भूमिका को इतिहास से मिटाने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता के बाद यह कार्य किया जाना चाहिए था, परंतु 2014 से पहले भगवान बिरसा मुंडा जैसे महानायक तक को उचित सम्मान नहीं मिला।
अपने संबोधन से पहले प्रधानमंत्री ने 9,700 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। मंच पर बिरसा मुंडा के परिजन भी मौजूद रहे।
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पीएम मोदी ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि दशकों तक शासन करने के बावजूद उसने आदिवासियों की समस्याओं—कुपोषण, शिक्षा की कमी, स्वास्थ्य सेवाओं की भारी कमी—को नज़रअंदाज़ किया। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने आदिवासी कल्याण को शीर्ष प्राथमिकता दी है और इसी सोच के साथ पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने आदिवासी मंत्रालय की स्थापना की थी।
उन्होंने बताया कि पिछले पाँच वर्षों में केंद्र सरकार ने मॉडल आदिवासी विद्यालयों पर 18,000 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए, जिसके परिणामस्वरूप इन स्कूलों में नामांकन 60% बढ़ा है।
कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने 42 एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालयों, 228 मल्टी-पर्पज़ सेंटरों सहित अनेक परियोजनाओं का उद्घाटन किया। साथ ही PM-JANMAN और DA-JAGUA योजनाओं के तहत बने 1 लाख से अधिक घरों के गृह प्रवेश समारोह में भी शामिल हुए।
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