कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बिहार में हाल ही में हुए लाठीचार्ज को लेकर राज्य की एनडीए सरकार पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने कहा कि यह घटना जनता के अधिकारों का दमन है और अब एनडीए सरकार के पतन की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है।
राहुल गांधी ने अपने बयान में आरोप लगाया कि एनडीए सरकार विपक्ष की आवाज को दबाने और जनता के आक्रोश को कुचलने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में विरोध प्रदर्शनों को बल प्रयोग से दबाना जनता के भरोसे के साथ विश्वासघात है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि बिहार की जनता अन्याय को बर्दाश्त नहीं करेगी और जल्द ही सत्ता परिवर्तन का रास्ता खुद बनाएगी।
लाठीचार्ज की घटना के बाद विपक्षी दल लगातार एनडीए सरकार पर हमलावर हैं। उनका कहना है कि जनता से जुड़े मुद्दों को उठाना और शांतिपूर्ण प्रदर्शन करना लोकतांत्रिक अधिकार है, लेकिन सरकार अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए पुलिस बल का इस्तेमाल कर रही है।
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राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि राहुल गांधी का यह बयान बिहार की सियासत में नए समीकरणों की ओर संकेत करता है। विपक्ष इस मुद्दे को लेकर राज्य भर में आंदोलन तेज कर सकता है। दूसरी ओर, एनडीए नेताओं का कहना है कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए यह कदम उठाया गया और विपक्ष इस मुद्दे को अनावश्यक रूप से राजनीतिक रंग दे रहा है।
बिहार की राजनीति में यह विवाद आने वाले चुनावी माहौल को और गरमा सकता है। अब देखना होगा कि जनता इस पूरे घटनाक्रम को किस रूप में लेती है।
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