कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद राहुल गांधी ने लद्दाख के लोगों और उनकी संस्कृति तथा परंपराओं पर भाजपा और RSS के बढ़ते दबाव को लेकर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि लद्दाख के निवासियों की आवाज़ दबाई जा रही है और उन्हें अपने अधिकारों और सांस्कृतिक पहचान के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। राहुल गांधी ने जोर देकर कहा कि लद्दाख को उसकी न्यायसंगत आवाज़ देने की आवश्यकता है।
इस बीच, क्लाइमेट एक्टिविस्ट सोनम वांगचुक, जो लद्दाख को राज्य बनाने की मांग के मुख्य नेता हैं, को राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) के तहत हिरासत में लिया गया और उन्हें राजस्थान के जोधपुर जेल में रखा गया है। वांगचुक के समर्थकों का कहना है कि यह कार्रवाई लोकतांत्रिक अधिकारों और आवाज़ को दबाने की कोशिश है।
राहुल गांधी ने आगे कहा कि लद्दाख का इतिहास, संस्कृति और परंपराएं अनमोल हैं और इनकी रक्षा करना हर भारतीय की जिम्मेदारी है। उन्होंने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि वह राज्य की मांग और स्थानीय लोगों के अधिकारों को नजरअंदाज कर रही है।
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विशेषज्ञों का मानना है कि लद्दाख की राज्यhood की मांग लंबे समय से चली आ रही है और इस मुद्दे पर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ध्यान आकर्षित हो रहा है। सोनम वांगचुक का नेतृत्व स्थानीय युवाओं और नागरिकों को एकजुट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल अब केंद्र सरकार से अपील कर रहे हैं कि लद्दाख के निवासियों की आवाज़ सुनी जाए और उनकी सांस्कृतिक और राजनीतिक पहचान को संरक्षित किया जाए।
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