अमेरिकी सीनेटर मार्को रुबियो ने पश्चिम एशिया की मौजूदा परिस्थितियों के बीच कूटनीतिक संतुलन साधते हुए क़तर के प्रधानमंत्री से मुलाकात की और उसके बाद इज़राइल पहुंचे। यह दौरा ऐसे समय हो रहा है जब ग़ज़ा में लगातार इज़राइली हमले जारी हैं और क्षेत्र में तनाव गहराता जा रहा है।
क़तर क्षेत्रीय राजनीति में अहम भूमिका निभाता है और कई बार इज़राइल-हमास संघर्ष में मध्यस्थता की कोशिश करता रहा है। रुबियो की यह मुलाकात संकेत देती है कि अमेरिका अपने सहयोगियों से संवाद बनाए रखते हुए संकट को संभालने की कोशिश कर रहा है। मुलाकात के दौरान द्विपक्षीय संबंधों, ऊर्जा सुरक्षा और ग़ज़ा में मानवीय स्थिति पर चर्चा की गई।
क़तर से वार्ता के बाद रुबियो इज़राइल पहुंचे, जहां वे प्रधानमंत्री और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से मिलेंगे। माना जा रहा है कि इस दौरान ग़ज़ा संघर्ष, सुरक्षा सहयोग और क्षेत्रीय स्थिरता पर गहन वार्ता होगी। रुबियो ने कहा कि अमेरिका इज़राइल की सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है, लेकिन साथ ही ग़ज़ा में मानवीय संकट को भी नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता।
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विश्लेषकों का मानना है कि रुबियो की इस यात्रा का उद्देश्य अमेरिका की दोहरी भूमिका को संतुलित करना है—एक ओर इज़राइल की सुरक्षा की गारंटी देना और दूसरी ओर अरब सहयोगियों के साथ संवाद बनाए रखना। यह यात्रा ऐसे समय हुई है जब अंतरराष्ट्रीय समुदाय ग़ज़ा की बिगड़ती मानवीय स्थिति पर चिंता जता रहा है और संघर्ष विराम की अपीलें तेज़ हो रही हैं।
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