केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार को मोहाली स्थित सेमीकंडक्टर लैब (SCL Mohali) में घोषणा की कि अगले तीन वर्षों में इस महत्वपूर्ण सेमीकंडक्टर निर्माण इकाई का आधुनिकीकरण किया जाएगा। इसके लिए सरकार 4,500 करोड़ रुपये का निवेश करेगी।
उन्होंने कहा कि केंद्र का लक्ष्य इस लेगेसी सेमीकंडक्टर फैब्रिकेशन सुविधा की उत्पादन क्षमता को 100 गुना बढ़ाना है। यह देश की सेमीकंडक्टर स्वावलंबन यात्रा में बड़ा कदम माना जा रहा है।
श्री वैष्णव मोहाली में उस कार्यक्रम में मौजूद थे, जहां 128 नैनोमीटर चिप्स डिजाइन करने वाले छात्र समूहों को सम्मानित किया गया। उन्होंने कहा कि आधुनिक तकनीक और बेहतर सुविधाओं से SCL को वैश्विक मानकों के अनुरूप विकसित किया जाएगा।
और पढ़ें: डीआरडीओ ने विकसित किए नई पीढ़ी के मानव-पोर्टेबल पनडुब्बी वाहन
मंत्री ने स्पष्ट किया कि “SCL के निजीकरण का कोई सवाल ही नहीं है। सरकार न केवल इसे बनाए रखना चाहती है, बल्कि इसे अत्याधुनिक उत्पादन केंद्र के रूप में आगे बढ़ाना चाहती है।”
उन्होंने यह भी बताया कि आधुनिकीकरण प्रक्रिया के लिए अतिरिक्त भूमि की आवश्यकता है, और इसके लिए केंद्र ने पंजाब सरकार से जमीन उपलब्ध कराने का अनुरोध किया है।
केंद्र सरकार के अनुसार, SCL का उन्नयन भारत के चिप निर्माण क्षेत्र को मजबूत करेगा और घरेलू स्तर पर उच्च तकनीक उत्पादन को गति देगा। यह कदम ग्लोबल चिप सप्लाई चेन में भारत की भूमिका को भी बढ़ा सकता है।
और पढ़ें: नया आधार ऐप लॉन्च: अब मोबाइल पर सुरक्षित और पेपरलेस पहचान सत्यापन संभव