दिल्ली के हवाई क्षेत्र में उड़ान भर रहे विमानों को पिछले सात दिनों से गंभीर जीपीएस स्पूफिंग (GPS Spoofing) की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। इस तकनीकी गड़बड़ी के कारण विमानों को गलत नेविगेशन डेटा मिल रहा है, जिसमें गलत स्थान की जानकारी और भ्रामक भूभाग चेतावनियां (terrain warnings) शामिल हैं। यह जानकारी पायलटों और एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) से जुड़े सूत्रों द्वारा दी गई है।
सूत्रों के अनुसार, यह घटना पिछले एक सप्ताह से लगातार हो रही है और विमानन सुरक्षा के लिए चिंताजनक मानी जा रही है। ऐसी तकनीकी समस्याएं आमतौर पर भारत-पाकिस्तान सीमा के पास देखने को मिलती हैं, लेकिन राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (दिल्ली) जैसे अत्यधिक सुरक्षित और निगरानी वाले क्षेत्र में इस तरह की घटना असामान्य है।
एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने बताया कि नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) इस मामले को गंभीरता से ले रहा है। उन्होंने कहा, “DGCA इस पूरे मामले की जानकारी रखता है और जांच की जा रही है।”
और पढ़ें: अमेरिकी विमान में भारतीय नागरिक पर दो किशोरों को चाकू मारने का आरोप, अदालत में चलेगा मुकदमा
विशेषज्ञों का कहना है कि जीपीएस स्पूफिंग के कारण विमान के नेविगेशन सिस्टम में गलत संकेत मिलते हैं, जिससे ऑटोपायलट या दिशा निर्धारण में त्रुटि हो सकती है। हालांकि अब तक किसी उड़ान में गंभीर दुर्घटना या सुरक्षा खतरे की खबर नहीं है।
सरकारी एजेंसियां अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि यह घटना किसी तकनीकी खराबी, सिग्नल इंटरफेरेंस या साइबर गतिविधि के कारण हुई है। जांच जारी है और विमानन सुरक्षा एजेंसियां इस पर करीबी नजर रखे हुए हैं।
और पढ़ें: HAL और रूस की UAC मिलकर बनाएंगे नागरिक जेट SJ-100, विमान निर्माण में नई साझेदारी