मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) ज्ञानेश कुमार ने बताया कि बिहार में मतदाता सूची को शुद्ध (Purified) किया गया है। यह कार्य 22 वर्षों के बाद किया गया पहला बड़ा कदम है। उन्होंने कहा कि बिहार की सभी 243 निर्वाचन क्षेत्रों में इलेक्ट्रोरल रजिस्ट्रेशन ऑफिसर (ERO) तैनात थे, जिन्होंने इस प्रक्रिया को संपन्न कराने में मदद की।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि इस प्रक्रिया में 90,207 BLOs (Booth Level Officers) ने EROs की सहायता की। उन्होंने कहा कि यह व्यापक अभियान मतदाता सूची को अपडेट और शुद्ध करने के लिए किया गया, ताकि सभी पात्र मतदाता सही रूप से सूची में शामिल हों और अवैध या डुप्लीकेट नाम हटाए जा सकें।
CEC ने आगे कहा कि यह शुद्धिकरण चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता और विश्वास सुनिश्चित करने के लिए जरूरी था। उन्होंने बताया कि सूची में अब केवल वास्तविक और पात्र मतदाता ही शामिल हैं। इस कदम से बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों में मतदाता सूची पर भरोसा बढ़ेगा और चुनावी प्रक्रिया और अधिक सशक्त और निष्पक्ष होगी।
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विशेषज्ञों का कहना है कि 22 वर्षों में यह पहला मौका है जब बिहार की मतदाता सूची का व्यापक शुद्धिकरण किया गया है। BLOs और EROs की टीम ने हर घर जाकर सत्यापन और आवश्यक अपडेट सुनिश्चित किए, जिससे सूची पूरी तरह से विश्वसनीय बन गई।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने जनता से अपील की कि वे अपनी व्यक्तिगत जानकारी की जांच करें और यदि कोई त्रुटि हो तो उसे तुरंत सुधारवाएं, ताकि आगामी चुनाव में सभी की भागीदारी सुनिश्चित हो सके।
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