सुंदरबन के स्कूलों के बच्चों के लिए एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें उन्हें ट्राम की सवारी कराई जाएगी। इसका उद्देश्य बच्चों में ग्लोबल वार्मिंग और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। इस पहल को “ट्रामयात्रा” के माध्यम से संचालित किया जा रहा है।
ट्रामयात्रा के आयोजकों ने बताया कि यह इस साल का दूसरा कार्यक्रम है। हालाँकि कोलकाता की पारंपरिक ट्राम अब लगभग शहर के परिवहन प्रणाली से गायब हो चुकी है, इसके बावजूद बच्चों को ट्राम की सवारी कराने का यह प्रयास उन्हें न केवल पर्यावरणीय मुद्दों के प्रति संवेदनशील बनाएगा, बल्कि शहर की सांस्कृतिक विरासत से भी जोड़ता है।
इस आयोजन में बच्चों को ट्राम की सवारी के दौरान जानकारी दी जाएगी कि कैसे ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन हमारे जीवन और पर्यावरण को प्रभावित कर रहे हैं। इसके साथ ही, बच्चों को यह भी समझाया जाएगा कि ट्राम जैसे सार्वजनिक परिवहन के माध्यम से कार्बन उत्सर्जन को कम किया जा सकता है और पर्यावरणीय स्थिरता में योगदान दिया जा सकता है।
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आयोजकों का कहना है कि यह अनुभव बच्चों के लिए न केवल शिक्षा का माध्यम होगा, बल्कि उन्हें सक्रिय रूप से पर्यावरण संरक्षण के प्रति प्रेरित करेगा। सुंदरबन जैसे संवेदनशील क्षेत्र में रहने वाले बच्चों के लिए यह अनुभव और भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि वे सीधे प्रकृति और जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को महसूस करते हैं।
ट्रामयात्रा के इस प्रयास से न केवल बच्चों में जागरूकता बढ़ेगी, बल्कि स्थानीय समुदायों में भी पर्यावरण संरक्षण और टिकाऊ जीवन शैली के प्रति जागरूकता फैलाने का संदेश जाएगा।
इस तरह, ट्रामयात्रा का यह कार्यक्रम बच्चों के लिए शिक्षा और अनुभव का अनूठा संयोजन पेश करता है और पर्यावरण संरक्षण के संदेश को प्रभावी ढंग से पहुंचाने का एक महत्वपूर्ण कदम है।
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