विशेष गहन पुनरीक्षण (स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन–SIR) अभियान के बाद तमिलनाडु की एकीकृत मसौदा मतदाता सूची प्रकाशित कर दी गई है, जिसमें 97.37 लाख से अधिक मतदाताओं के नाम हटाए गए हैं। यह जानकारी तमिलनाडु की मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) अर्चना पटनायक ने दी।
निर्वाचन आयोग के अनुसार, SIR अभ्यास के बाद मतदाता सूची को अद्यतन करने का उद्देश्य अपात्र, स्थानांतरित, मृत अथवा दोहराए गए नामों को हटाना और सूची को अधिक सटीक बनाना था। इस प्रक्रिया के तहत पूरे राज्य में व्यापक स्तर पर सत्यापन किया गया।
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, 27 अक्टूबर 2025 तक तमिलनाडु में कुल मतदाताओं की संख्या 6,41,14,587 थी। हालांकि, शुक्रवार (19 दिसंबर 2025) को जारी मसौदा मतदाता सूची में राज्य में कुल मतदाताओं की संख्या घटकर 5,43,76,756 रह गई है। इसका अर्थ है कि SIR प्रक्रिया के बाद कुल 97,37,831 मतदाताओं के नाम सूची से हटाए गए हैं।
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सबसे अधिक नाम चेन्नई जिले से हटाए गए हैं, जहां 14,25,018 मतदाताओं के नाम मसौदा सूची से बाहर किए गए। निर्वाचन अधिकारियों के अनुसार, शहरी क्षेत्रों में बड़ी संख्या में लोगों का स्थानांतरण, मृत्यु के मामलों की अद्यतन जानकारी और दोहरी प्रविष्टियां हटाए जाने के कारण यह संख्या अधिक रही।
चुनाव आयोग ने यह भी स्पष्ट किया है कि यह अभी मसौदा सूची है और नागरिकों को अपने नामों की जांच करने तथा यदि किसी प्रकार की त्रुटि हो तो आपत्ति दर्ज कराने का अवसर दिया जाएगा। निर्धारित समय-सीमा के भीतर दावे और आपत्तियों के निपटारे के बाद अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित की जाएगी।
निर्वाचन आयोग का कहना है कि इस अभ्यास से आगामी चुनावों में पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित होगी तथा केवल पात्र मतदाता ही अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे।
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