तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने घोषणा की है कि हाल ही में ब्रिटेन और जर्मनी में आयोजित निवेश सम्मेलन (Investor Conclave) के माध्यम से राज्य ने कुल ₹15,516 करोड़ का निवेश आकर्षित किया है। उन्होंने कहा कि यह केवल आंकड़े नहीं हैं, बल्कि अवसर, भविष्य और सपनों का प्रतीक हैं।
मुख्यमंत्री स्टालिन ने बताया कि इन निवेशों से राज्य में कई क्षेत्रों में नई परियोजनाएं शुरू होंगी, जिनमें विनिर्माण, ऑटोमोबाइल, ऊर्जा, टेक्सटाइल और सूचना प्रौद्योगिकी प्रमुख हैं। इन निवेशों से हजारों रोजगार सृजित होने की संभावना है, जिससे राज्य की आर्थिक प्रगति को नई गति मिलेगी।
उन्होंने जोर देकर कहा कि तमिलनाडु लंबे समय से निवेशकों की पसंदीदा मंजिल रहा है और सरकार का लक्ष्य इसे दक्षिण एशिया का औद्योगिक केंद्र बनाना है। इस दिशा में उद्योग-हितैषी नीतियां, बुनियादी ढांचे का विकास और कुशल मानव संसाधन अहम भूमिका निभा रहे हैं।
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ब्रिटेन और जर्मनी से इस निवेश सम्मेलन के दौरान कई अंतरराष्ट्रीय कंपनियों ने तमिलनाडु में निवेश करने की प्रतिबद्धता जताई। स्टालिन ने निवेशकों का आभार जताते हुए कहा कि उनकी सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि हर निवेशक को आवश्यक सहयोग, पारदर्शिता और भरोसे का माहौल मिले।
आर्थिक विशेषज्ञों का मानना है कि इस स्तर का निवेश तमिलनाडु को वैश्विक औद्योगिक मानचित्र पर और मजबूत स्थिति में स्थापित करेगा। साथ ही, इससे राज्य की जीडीपी और निर्यात क्षमता में भी महत्वपूर्ण बढ़ोतरी होगी।
स्टालिन ने कहा, “ये निवेश सिर्फ रकम नहीं, बल्कि लाखों युवाओं के सपनों और उनके उज्ज्वल भविष्य की नींव हैं।”
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