थाईलैंड ने जानकारी दी है कि कंबोडिया के साथ सीमा पर जारी हिंसक संघर्ष के कारण अब तक 1,00,000 से अधिक नागरिकों को अपने घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन करना पड़ा है। यह संघर्ष एक लंबे समय से चले आ रहे सीमा विवाद के अचानक भड़क उठने के कारण हुआ है, जिसमें अब लड़ाकू विमान, तोपखाने, टैंक और जमीनी बल शामिल हो चुके हैं।
यह झड़प 24 जुलाई को उस समय तेज हो गई जब दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर आक्रमण करने का आरोप लगाया। स्थानीय गांवों और बस्तियों में भारी गोलाबारी और हवाई हमलों की खबरें सामने आ रही हैं, जिससे आम नागरिकों में दहशत फैल गई है और लोगों ने बड़े पैमाने पर पलायन शुरू कर दिया है।
इस गंभीर स्थिति को देखते हुए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद 25 जुलाई को एक आपात बैठक बुलाने जा रही है, ताकि इस क्षेत्रीय संकट पर अंतरराष्ट्रीय हस्तक्षेप किया जा सके और शांति स्थापित की जा सके। यूएन अधिकारियों ने चिंता जताई है कि यदि स्थिति पर शीघ्र नियंत्रण नहीं पाया गया, तो यह टकराव और अधिक जानलेवा हो सकता है और पूरे दक्षिण-पूर्व एशिया में अस्थिरता फैला सकता है।
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थाई और कंबोडियाई सरकारें एक-दूसरे पर संघर्ष शुरू करने का आरोप लगा रही हैं, लेकिन आम नागरिक इस संघर्ष का सबसे बड़ा शिकार बन रहे हैं। राहत एजेंसियां शरणार्थियों की मदद के लिए सक्रिय हैं, लेकिन हालात बेहद चुनौतीपूर्ण बने हुए हैं।
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