अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने बुधवार को व्हाइट हाउस से कुछ ही दूरी पर दो नेशनल गार्ड सैनिकों पर हुए हमले को “आतंकी हमला” करार दिया और दावा किया कि हमलावर अफ़ग़ान नागरिक था। यह घटना राजधानी वॉशिंगटन डी.सी. में तब हुई जब सैनिक अपने नियमित कर्तव्यों पर तैनात थे।
ट्रम्प ने कहा कि जिस व्यक्ति ने गोलीबारी की, वह एक ऐसा प्रवासी था जो पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रशासन के दौरान संयुक्त राज्य अमेरिका में प्रवेश किया था। उन्होंने इस हमले को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बताया और इसे अमेरिकी आव्रजन नीति की विफलता का परिणाम कहा।
राष्ट्रपति ट्रम्प ने घोषणा की कि उनकी सरकार बाइडेन काल में अमेरिका आए सभी अफ़ग़ान प्रवासियों की विस्तृत समीक्षा करेगी। उन्होंने कहा कि यह हमला दिखाता है कि देश की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कड़े कदम आवश्यक हैं।
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ट्रम्प ने अपनी टिप्पणी में यह भी दोहराया कि उनकी प्रशासन की प्राथमिकता अमेरिका की सीमाओं को और कड़ा बनाना तथा उन व्यक्तियों की जांच करना है जो पिछले वर्षों में मानवीय या अन्य कार्यक्रमों के तहत देश में प्रवेश कर चुके हैं।
हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि हमलावर का आतंकवादी संगठनों से कोई प्रत्यक्ष संबंध था या नहीं। जांच एजेंसियां घटना की विस्तृत जांच कर रही हैं और हमलावर के उद्देश्य एवं पृष्ठभूमि की पुष्टि करने में जुटी हैं।
व्हाइट हाउस के नज़दीक हुई इस घटना ने राजधानी में सुरक्षा चिंताओं को बढ़ा दिया है। नेशनल गार्ड के घायल सैनिकों का अस्पताल में इलाज चल रहा है, और उनकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है।
यह घटना ऐसे समय में हुई है जब अमेरिका में आव्रजन नीति, सीमा सुरक्षा और राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे मुद्दे राजनीतिक रूप से अत्यधिक संवेदनशील बने हुए हैं। ट्रम्प की इस टिप्पणी ने देश की राजनीतिक बहस को और तेज़ कर दिया है।
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