अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की टैरिफ बढ़ाने की धमकियों के बाद वॉल स्ट्रीट में तेज गिरावट दर्ज की गई, जिससे निवेशकों में बाजार मंदी की चिंता बढ़ गई है। प्रमुख सूचकांक S&P 500 और नैस्डैक ने अपने सबसे बड़े एकदिवसीय प्रतिशत नुकसान को अप्रैल 2025 के बाद दर्ज किया।
विशेषज्ञों का कहना है कि ट्रम्प के नए टैरिफ प्रस्ताव ने वैश्विक निवेशकों में असुरक्षा पैदा कर दी है। अमेरिका-चीन व्यापार तनाव के कारण पहले भी बाजार अस्थिर रहे हैं, और इस धमकी ने इस अस्थिरता को और बढ़ा दिया है। निवेशक इस बात को लेकर चिंतित हैं कि अगर टैरिफ लागू हुआ, तो उच्च लागत, आयात-निर्यात में बाधा और वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में गड़बड़ी पैदा हो सकती है।
वॉल स्ट्रीट के विश्लेषकों ने बताया कि निवेशक तेजी से अपने शेयर बेच रहे हैं और सुरक्षित निवेश विकल्पों की ओर रुख कर रहे हैं। इससे न केवल अमेरिकी कंपनियों के शेयरों में गिरावट आई है, बल्कि वैश्विक बाजारों पर भी दबाव बढ़ा है।
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ट्रम्प प्रशासन ने चेतावनी दी है कि अगर चीन व्यापार समझौतों का पालन नहीं करता है, तो अमेरिका नए टैरिफ और तकनीकी निर्यात प्रतिबंधों का पालन करेगा। यह कदम बाजार में नकारात्मक भावना और निवेशकों की बेचैनी को और बढ़ा रहा है।
विशेषज्ञों ने सुझाव दिया कि कंपनियों को अपने व्यापार मॉडल और वैश्विक सप्लाई चैनलों की समीक्षा करनी चाहिए। निवेशकों के लिए भी यह समय सावधानीपूर्वक निर्णय लेने और जोखिम प्रबंधन का है।
इस प्रकार, ट्रम्प की टैरिफ धमकियों ने न केवल अमेरिकी शेयर बाजार को हिला दिया है, बल्कि वैश्विक आर्थिक स्थिरता पर भी संदेह और असुरक्षा पैदा कर दी है।
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