अमेरिका ने कोलंबिया के राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो (Gustavo Petro) का वीज़ा रद्द करने का निर्णय लिया है। अमेरिकी अधिकारियों ने इसे पेट्रो की “अविवेकी और गैर-जिम्मेदार” गतिविधियों के चलते लिया है। इस कदम के पीछे राष्ट्रपति पेट्रो की हालिया गतिविधियाँ हैं, जिसमें उन्होंने न्यूयॉर्क में आयोजित प्रो-पैलेस्टीन विरोध प्रदर्शन में अपनी भागीदारी की वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर साझा की थीं।
सोशल मीडिया पर उनके प्रोफ़ाइल में कई वीडियो क्लिप दिखाई गईं, जिनमें वह इस प्रदर्शन में भाषण देते और सहभागियों के साथ नजर आते हैं। अमेरिकी प्रशासन का मानना है कि इस प्रकार की गतिविधियाँ अमेरिका की विदेश नीति और सार्वजनिक सुरक्षा के दृष्टिकोण से गंभीर चिंता का विषय है।
इस निर्णय से अमेरिका और कोलंबिया के बीच राजनयिक संबंधों में तनाव की संभावना बढ़ गई है। विश्लेषकों का कहना है कि यह कदम केवल पेट्रो की व्यक्तिगत गतिविधियों तक सीमित नहीं है, बल्कि अमेरिका के दृष्टिकोण को भी दर्शाता है कि किसी विदेशी नेता की सार्वजनिक राजनीतिक गतिविधियाँ अमेरिकी कानून और सुरक्षा मानकों के परिप्रेक्ष्य में आ सकती हैं।
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राष्ट्रपति पेट्रो ने अभी तक इस निर्णय पर आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन राजनीतिक और कूटनीतिक स्तर पर इसका व्यापक असर पड़ सकता है। अमेरिका की इस कार्रवाई से वैश्विक मंच पर राजनीतिक नेतृत्व और सार्वजनिक गतिविधियों की सीमाओं को लेकर बहस भी तेज हो सकती है।
अमेरिका का यह कदम यह संकेत देता है कि विदेशियों के लिए अमेरिकी वीज़ा नीतियाँ केवल यात्रा अनुमति नहीं, बल्कि देश की नीतियों और सुरक्षा दृष्टिकोणों के अनुरूप रखी जाती हैं।
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