उत्तराखंड में हुए हेलिकॉप्टर हादसे को लेकर विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) ने अपनी प्राथमिक रिपोर्ट जारी कर दी है। रिपोर्ट के अनुसार हेलिकॉप्टर ओवरहेड केबल से टकरा गया था, जिसके बाद वह संतुलन खो बैठा और पहाड़ी ढलान से नीचे गिरकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
AAIB की पांच पन्नों की रिपोर्ट में बताया गया कि हेलिकॉप्टर ने निर्धारित ऊंचाई पर लगभग 20 मिनट तक उड़ान भरी थी। लेकिन इसके बाद वह अचानक अपनी निर्धारित ऊंचाई से नीचे उतरने लगा। तभी वह एक ओवरहेड केबल से टकरा गया, जिससे उसका रोटर ब्लेड क्षतिग्रस्त हो गया और हेलिकॉप्टर असंतुलित हो गया।
हेलिकॉप्टर के खाई में गिरते समय उसमें सवार सभी लोगों की जान चली गई थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि दृश्यता सामान्य थी, लेकिन उड़ान मार्ग में ओवरहेड केबल का होना एक बड़ा खतरा बन गया। विशेषज्ञों ने इसे एक "प्रत्याशित लेकिन टाले जाने योग्य दुर्घटना" बताया है।
रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि संबंधित क्षेत्र में उड़ान संचालन के दौरान अतिरिक्त सावधानी और ओवरहेड खतरों की स्पष्ट पहचान अत्यंत आवश्यक है। इसके अलावा AAIB ने भविष्य में ऐसे हादसों से बचने के लिए सुरक्षा उपायों को और सख्त करने की सिफारिश की है।
यह हादसा राज्य में हेलिकॉप्टर सेवाओं की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़ा करता है, खासकर दुर्गम और पहाड़ी इलाकों में। सरकार ने AAIB की रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।