केरल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष वी.डी. सतहीशन ने बुधवार को कहा कि पलक्कड़ के पुथुसेरी इलाके में स्कूल के बच्चों से बने क्रिसमस कैरल गायकों के एक समूह पर कथित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का हमला, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित उत्तर भारतीय राज्यों में त्योहारों के मौसम के दौरान ईसाइयों पर हुए हमलों की “लहर का प्रतिघात” है।
सतहीशन ने आरोप लगाया कि उत्तर भारत में ईसाई समुदाय के खिलाफ बढ़ती हिंसा और नफरत का असर अब केरल तक पहुंच रहा है और राज्य में सांप्रदायिक माहौल को बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि इस तरह की घटनाएं केरल की सामाजिक एकता और धर्मनिरपेक्ष परंपरा के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकती हैं।
इस मुद्दे पर सतहीशन ने वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) के कई नेताओं के सुर में सुर मिलाया। इनमें सामान्य शिक्षा मंत्री वी. शिवनकुट्टी और आबकारी मंत्री एम.बी. राजेश भी शामिल हैं। इन नेताओं ने संघ परिवार की कड़ी आलोचना करते हुए उस पर केरल में ईसाइयों को “पराया” बनाने का आरोप लगाया।
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एलडीएफ नेताओं ने दावा किया कि संघ परिवार से जुड़े संगठन न केवल ईसाई समुदाय को निशाना बना रहे हैं, बल्कि स्कूल प्रबंधन समितियों पर भी दबाव डाल रहे हैं कि वे क्रिसमस समारोहों को रद्द करें। उन्होंने कहा कि बच्चों द्वारा कैरल गाने जैसी सांस्कृतिक और धार्मिक गतिविधियों पर हमला करना अस्वीकार्य है और इससे समाज में डर और विभाजन फैलता है।
नेताओं ने मांग की कि राज्य में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि केरल हमेशा से धार्मिक सहिष्णुता और आपसी सम्मान का प्रतीक रहा है और इसे किसी भी कीमत पर कमजोर नहीं होने दिया जाएगा।
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