केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में महिला सशक्तिकरण सदैव केंद्र में रहा है और सरकार ने महिलाओं को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने के लिए कई ठोस कदम उठाए हैं। उन्होंने बताया कि शिक्षा, स्वास्थ्य, कौशल विकास और आर्थिक अवसरों के क्षेत्र में महिलाओं के लिए विशेष योजनाएं लागू की गई हैं, जिनका सीधा लाभ देश की करोड़ों महिलाओं तक पहुंचा है।
सीतारमण ने कहा कि महिलाओं की भागीदारी बढ़ाए बिना समाज और राष्ट्र की प्रगति संभव नहीं है। मोदी सरकार ने उज्ज्वला योजना, मातृत्व लाभ, महिला उद्यमिता और जनधन खातों जैसी पहलों से महिला शक्ति को मजबूती दी है। उन्होंने जोर देकर कहा कि महिला सशक्तिकरण केवल एक सामाजिक मुद्दा नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण का आधार है।
इसी बीच, राज्य के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने घोषणा की कि ‘स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान’ के तहत राज्यभर में 13,944 स्वास्थ्य शिविर लगाए जाएंगे। ये शिविर 2 अक्टूबर तक चलेंगे और इनमें महिलाओं के लिए मुफ्त स्वास्थ्य जांच की जाएगी। नायडू ने कहा कि स्वस्थ महिला ही परिवार और समाज की रीढ़ है, इसलिए यह अभियान महिलाओं की भलाई और उनके सशक्तिकरण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।
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स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इन शिविरों में स्त्री रोग, हड्डी, रक्तचाप, शुगर और कैंसर जैसी बीमारियों की जांच की जाएगी। साथ ही महिलाओं को स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता भी दी जाएगी।
विशेषज्ञों का मानना है कि महिला सशक्तिकरण और स्वास्थ्य को जोड़कर सरकार ने एक दूरगामी सोच दिखाई है, जिससे आने वाले समय में समाज पर सकारात्मक असर होगा।
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