उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार (22 दिसंबर, 2025) को विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन बिना किसी का नाम लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी और समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि देश में “दो नमूने” हैं, जो जब भी कोई गंभीर मुद्दा सामने आता है, तो देश छोड़कर भाग जाते हैं।
मुख्यमंत्री यह टिप्पणी समाजवादी पार्टी द्वारा कोडीन युक्त कफ सिरप के अवैध कारोबार को लेकर लगाए गए आरोपों के जवाब में कर रहे थे। सत्र की शुरुआत में ही विपक्ष ने इस मुद्दे को उठाया था। समाजवादी पार्टी ने दावा किया कि इस अवैध कारोबार का आंकड़ा हजारों करोड़ रुपये तक पहुंच चुका है और इसके कारण सैकड़ों बच्चों की मौत हुई है। हालांकि, राज्य में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह पूरा मामला “राजनीतिक रूप से प्रेरित” प्रतीत होता है। उन्होंने कहा, “देश में दो नमूने हैं, एक दिल्ली में और दूसरा लखनऊ में। जब भी देश में कोई गंभीर चर्चा होती है, ये लोग भाग जाते हैं।” उन्होंने आगे तंज कसते हुए कहा कि अखिलेश यादव, जिन्हें वह अपने भाषणों में ‘बबुआ’ कहते हैं, भी जल्द ही इंग्लैंड यात्रा पर निकल जाएंगे और यहां उनके समर्थक शोर मचाते रह जाएंगे।
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मुख्यमंत्री ने यह भी दावा किया कि कफ सिरप मामले में हुए लेन-देन समाजवादी पार्टी की लोहिया वाहिनी के एक पदाधिकारी के खाते से जुड़े हैं और इस पूरे मामले की जांच एसटीएफ कर रही है।
मुख्यमंत्री की इस टिप्पणी पर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने इसे भाजपा के भीतर चल रहे आंतरिक मतभेदों की “खुली स्वीकारोक्ति” बताया। अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा कि यह बयान दर्शाता है कि दिल्ली और लखनऊ के बीच का टकराव अप्रत्याशित स्तर तक पहुंच गया है। उन्होंने संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों से मर्यादा बनाए रखने की अपील की और भाजपा को अपनी आंतरिक कलह सार्वजनिक न करने की सलाह दी।
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