आईपीएल 2026 की नीलामी में ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर कैमरन ग्रीन को 25.20 करोड़ रुपये की बड़ी राशि में खरीदने के बाद कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के सीईओ वेंकी मैसूर ने कहा कि इस बोली युद्ध में उनके लिए कुछ भी चौंकाने वाला नहीं था। मंगलवार (16 दिसंबर 2025) को अबू धाबी में आयोजित नीलामी के बाद मीडिया से बातचीत में मैसूर ने स्पष्ट किया कि फ्रेंचाइजी पहले से ही इस तरह की आक्रामक बोली के लिए तैयार थी।
वेंकी मैसूर ने कहा कि कैमरन ग्रीन जैसे खिलाड़ी की मांग स्वाभाविक थी क्योंकि वह एक सिद्ध ऑलराउंडर हैं, जो बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में टीम को संतुलन प्रदान करते हैं। उन्होंने बताया कि नीलामी से पहले टीम प्रबंधन ने अलग-अलग परिदृश्यों पर गहन चर्चा की थी और यह तय किया गया था कि किन खिलाड़ियों के लिए कितनी दूर तक जाना है। ग्रीन के मामले में रणनीति बिल्कुल स्पष्ट थी।
केकेआर सीईओ ने यह भी कहा कि टीम का लक्ष्य केवल बड़ा नाम खरीदना नहीं था, बल्कि ऐसे खिलाड़ी को चुनना था जो आने वाले सीजन में टीम की जरूरतों के अनुरूप हो। ग्रीन की उम्र, अंतरराष्ट्रीय अनुभव और टी20 क्रिकेट में उनकी उपयोगिता को देखते हुए फ्रेंचाइजी ने उन्हें दीर्घकालिक निवेश के रूप में देखा।
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उन्होंने स्वीकार किया कि बोली के दौरान प्रतिस्पर्धा कड़ी थी, लेकिन केकेआर प्रबंधन ने शांत दिमाग से फैसले लिए। मैसूर के मुताबिक, नीलामी में भावनाओं के बजाय योजना और अनुशासन सबसे अहम होता है। उन्होंने भरोसा जताया कि कैमरन ग्रीन टीम के लिए अहम भूमिका निभाएंगे और प्रशंसकों की उम्मीदों पर खरे उतरेंगे।
केकेआर ने आईपीएल 2026 के लिए संतुलित और मजबूत टीम बनाने की दिशा में यह बड़ा कदम उठाया है, जिससे टीम प्रबंधन आने वाले सीजन को लेकर काफी आशावादी नजर आ रहा है।
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