ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज मिशेल स्टार्क ने टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा कर दी है। स्टार्क ने अपनी लंबी और सफल क्रिकेट करियर में 65 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले और ऑस्ट्रेलियाई टीम को कई महत्वपूर्ण जीत दिलाई।
स्टार्क की कप्तानी और गेंदबाजी की क्षमता ने ऑस्ट्रेलिया को वैश्विक क्रिकेट में एक मजबूत स्थिति में बनाए रखा। वह उस ऑस्ट्रेलियाई टीम का हिस्सा थे जिसने टी20 वर्ल्ड कप का खिताब जीता था। उनकी तेज गति और स्विंग गेंदबाजी ने विपक्षी बल्लेबाजों को बार-बार परेशान किया।
टी20 अंतरराष्ट्रीय में स्टार्क ऑस्ट्रेलिया के दूसरे सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं, पहले स्थान पर एडम जांपा का नाम है। उनकी उपलब्धियां ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के लिए मिसाल हैं और उन्होंने कई युवा गेंदबाजों के लिए प्रेरणा का काम किया है।
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स्टार्क की संन्यास की घोषणा से ऑस्ट्रेलियाई टीम में खाली हुई गेंदबाजी की जिम्मेदारी अब युवा और नए तेज गेंदबाजों को संभालनी होगी। विशेषज्ञों का मानना है कि स्टार्क का अनुभव टीम के लिए हमेशा अमूल्य रहेगा और वह भविष्य में कोचिंग या मेंटर के रूप में क्रिकेट में योगदान दे सकते हैं।
मिशेल स्टार्क ने अपने करियर में न केवल टी20 क्रिकेट बल्कि टेस्ट और वनडे क्रिकेट में भी शानदार प्रदर्शन किया है। उनका तेज और निडर खेल शैली उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सबसे खतरनाक तेज गेंदबाजों में से एक बनाती है।
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