कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों की भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच की आलोचना के बीच, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) और बीसीसीआई के वरिष्ठ सदस्य शरद पवार ने अपना दृष्टिकोण साझा किया। पवार ने कहा कि खेल को राजनीतिक विवाद का हिस्सा नहीं बनाया जाना चाहिए और क्रिकेट को लोगों के मनोरंजन और राष्ट्रीय गौरव के रूप में देखा जाना चाहिए।
पवार ने मीडिया से बातचीत में कहा कि भारत-पाक मैच खेल भावना और परंपरा का हिस्सा है। उन्होंने यह भी जोर दिया कि विपक्ष की आलोचना अक्सर खेल के सकारात्मक पहलुओं को नजरअंदाज करती है। पवार ने बताया कि खेल आयोजन में खिलाड़ियों और प्रशंसकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना प्राथमिकता है और यह ध्यान रखा जाता है कि राजनीतिक मुद्दे खेल को प्रभावित न करें।
बीसीसीआई के वरिष्ठ नेता के रूप में पवार ने कहा कि क्रिकेट मैच दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और खेल संबंधों को मजबूत करने का अवसर है। उन्होंने यह भी कहा कि खेल के जरिए युवा खिलाड़ियों और प्रशंसकों में दोस्ताना भावना बढ़ती है। पावर ने विपक्ष से अपील की कि वे राष्ट्रीय खेल और खिलाड़ियों के योगदान का सम्मान करें।
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विशेषज्ञों का मानना है कि भारत-पाक क्रिकेट मैच हमेशा भावनात्मक और राजनीतिक दृष्टिकोण से संवेदनशील होता है। ऐसे में खेल अधिकारियों और नेताओं का यह प्रयास महत्वपूर्ण है कि खेल को मनोरंजन और खेल भावना तक सीमित रखा जाए।
पवार की प्रतिक्रिया ने यह स्पष्ट किया कि खेल को विभाजन और राजनीतिक विवाद का विषय नहीं बनाना चाहिए, बल्कि इसे राष्ट्रीय गौरव के प्रतीक के रूप में देखा जाना चाहिए।
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