पूर्व इंग्लैंड कप्तान केविन पीटरसन का मानना है कि टेस्ट क्रिकेट को और दिलचस्प बनाने के लिए थोड़ी आक्रामकता बिल्कुल सही नुस्खा है। यह बयान उन्होंने उस घटना के बाद दिया जब भारत के कप्तान शुभमन गिल और इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज़ ज़ैक क्रॉली के बीच तीसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन लॉर्ड्स स्टेडियम में तीखी नोकझोंक देखने को मिली।
यह विवाद तब हुआ जब 12 जुलाई को तीसरे दिन का खेल खत्म होने से पहले के आखिरी मिनटों में इंग्लिश बल्लेबाज़ ज़ैक क्रॉली ने समय बर्बाद करने की कोशिश की। गिल चाहते थे कि तेज़ गेंदबाज़ दो ओवर और फेंकें, क्योंकि उस समय रोशनी कम हो रही थी। लेकिन उन्होंने देखा कि क्रॉली जानबूझकर देरी कर रहे हैं, जिससे शुभमन गिल नाराज़ हो गए और सीधे जाकर क्रॉली से तीखी बहस में उलझ पड़े।
इस पूरे मामले पर केविन पीटरसन ने 'X' (जिसे पहले ट्विटर कहा जाता था) पर प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने बिना नाम लिए भारतीय खिलाड़ियों का समर्थन किया और संकेत दिया कि इस तरह की भावनाएं टेस्ट क्रिकेट को जीवंत बनाती हैं।