एशिया कप हॉकी टूर्नामेंट के लिए भारतीय टीम की घोषणा कर दी गई है। मुख्य कोच क्रेग फुल्टन ने इस बार जूनियर खिलाड़ियों को मौका देने के बजाय अनुभवी और पहले से आजमाए हुए खिलाड़ियों के समूह पर भरोसा जताया है। उनका मानना है कि टूर्नामेंट जैसे अहम अवसर पर अनुभव से भरी टीम ही स्थिर प्रदर्शन दे सकती है और खिताब जीतने में मददगार होगी।
फुल्टन ने चयन को लेकर कहा कि एशिया कप में प्रतिस्पर्धा का स्तर काफी ऊँचा रहता है, इसलिए ऐसे खिलाड़ियों की जरूरत होती है जो अंतरराष्ट्रीय दबाव का सामना कर चुके हों। इस निर्णय का उद्देश्य टीम संयोजन को मज़बूत बनाए रखना और जीत की संभावनाओं को अधिकतम करना है।
टीम में पिछले कुछ वर्षों से लगातार अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को बनाए रखा गया है। चयनकर्ताओं का कहना है कि अनुभवी खिलाड़ियों की मौजूदगी से न केवल रणनीति को सही ढंग से लागू करना आसान होगा, बल्कि यह टीम के मनोबल को भी ऊँचा रखेगा।
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हालांकि, जूनियर खिलाड़ियों को बाहर रखने के फैसले से यह संकेत भी मिलता है कि उन्हें भविष्य के टूर्नामेंटों के लिए तैयार करने की योजना पर काम किया जाएगा। निकट भविष्य में अन्य अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के दौरान उन्हें मौका दिया जा सकता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि फुल्टन का यह कदम अल्पकालिक सफलता सुनिश्चित करने की दिशा में सही हो सकता है, लेकिन दीर्घकालिक दृष्टिकोण से नए खिलाड़ियों को मौका देना भी ज़रूरी होगा।
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