केंद्रीय खेल और युवा मामले मंत्रालय ने भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) में सहायक कोचों की ऐतिहासिक भर्ती अभियान की घोषणा की है। यह 2017 के बाद पहली बड़ी भर्ती है और अब तक की सबसे व्यापक नियुक्ति प्रक्रिया मानी जा रही है। इस अभियान के तहत लेवल-06 (सातवें वेतन आयोग के अनुसार वेतन मैट्रिक्स) में सहायक कोचों की नियुक्ति की जाएगी।
खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने मीडिया से बातचीत में कहा कि भर्ती प्रक्रिया में निष्पक्षता, पारदर्शिता और योग्यता आधारित चयन सुनिश्चित करने के लिए एक व्यापक प्रणाली बनाई जा रही है। उन्होंने कहा कि यह रणनीतिक पहल भारत के खेल क्षेत्र को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में मदद करेगी।
यह कदम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की “खेल महाशक्ति भारत” की परिकल्पना के अनुरूप है, जिसका उद्देश्य खेल पारिस्थितिकी तंत्र को पारदर्शी और संस्थागत सुदृढ़ता के माध्यम से मजबूत बनाना है।
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इस भर्ती अभियान के तहत 25 से अधिक खेल विधाओं में 320 से ज्यादा रिक्तियां भरी जाएंगी। सहायक कोचों का यह वर्ग भारत के खेल ढांचे की नींव है, जो जमीनी स्तर से लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर तक प्रतिभाओं के पोषण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
भर्ती प्रक्रिया को सरकार की ओलंपिक और एशियाई खेलों की मेडल रणनीति से जोड़ा जाएगा, जिसमें तैराकी, साइक्लिंग, लॉन टेनिस, कायाकिंग और कैनोइंग जैसे खेलों पर विशेष ध्यान रहेगा।
महत्वपूर्ण रूप से, इस पहल के तहत 50% से अधिक पद महिला कोचों के लिए आरक्षित होंगे, जिससे खेलों में लैंगिक समानता और महिला खिलाड़ियों के लिए सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित किया जा सकेगा।
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