अल्फाबेट की कंपनी गूगल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) कंप्यूटिंग बाजार में एनविडिया के लंबे समय से चले आ रहे दबदबे को चुनौती देने की दिशा में एक नई पहल पर काम कर रही है। इस पहल का उद्देश्य गूगल के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस चिप्स—टेंसर प्रोसेसिंग यूनिट्स (TPU)—को दुनिया के सबसे लोकप्रिय AI सॉफ्टवेयर फ्रेमवर्क PyTorch के साथ बेहतर ढंग से चलाने योग्य बनाना है। इस प्रोजेक्ट को आंतरिक रूप से “TorchTPU” कहा जा रहा है।
सूत्रों के अनुसार, यह कदम गूगल की उस आक्रामक रणनीति का हिस्सा है, जिसके तहत वह अपने TPU को एनविडिया के ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट्स (GPU) का व्यवहारिक विकल्प बनाना चाहता है। TPU की बिक्री गूगल क्लाउड के राजस्व में तेजी से अहम भूमिका निभा रही है, क्योंकि कंपनी निवेशकों को यह दिखाना चाहती है कि उसके AI निवेश से ठोस रिटर्न मिल रहा है।
हालांकि, केवल हार्डवेयर ही पर्याप्त नहीं है। TorchTPU पहल का मकसद उस सॉफ्टवेयर बाधा को दूर करना है, जिसकी वजह से PyTorch पर आधारित सिस्टम बनाने वाले डेवलपर्स TPU को अपनाने में हिचकिचाते हैं। गूगल इस सॉफ्टवेयर के कुछ हिस्सों को ओपन-सोर्स करने पर भी विचार कर रहा है, ताकि ज्यादा से ज्यादा ग्राहक इसे तेजी से अपना सकें।
और पढ़ें: फ्री ऑफर्स के सहारे भारत में एआई की जंग: OpenAI, Google और Perplexity की यूजर्स व डेटा पर नजर
PyTorch, जिसे मेटा (पूर्व में फेसबुक) का मजबूत समर्थन हासिल है, दुनिया भर में AI मॉडल बनाने वाले डेवलपर्स का पसंदीदा टूल है। अब तक एनविडिया ने अपने CUDA सॉफ्टवेयर इकोसिस्टम के जरिए PyTorch के साथ गहरी संगतता बनाई है, जो उसकी सबसे बड़ी ताकत मानी जाती है। इसके मुकाबले, गूगल का सॉफ्टवेयर स्टैक लंबे समय से JAX फ्रेमवर्क पर केंद्रित रहा है, जिससे ग्राहकों और गूगल के आंतरिक उपयोग के बीच अंतर बढ़ गया।
सूत्रों के मुताबिक, इस अंतर को पाटने के लिए गूगल मेटा के साथ करीबी सहयोग कर रहा है। मेटा की भी रुचि TPU को अपनाने में है, ताकि वह एनविडिया पर निर्भरता कम कर सके और अपने AI इन्फ्रास्ट्रक्चर में विविधता ला सके।
यदि TorchTPU पहल सफल होती है, तो यह कंपनियों के लिए एनविडिया के GPU से गूगल के TPU पर स्विच करने की लागत को काफी हद तक कम कर सकती है और AI चिप बाजार में प्रतिस्पर्धा को नया आयाम दे सकती है।
और पढ़ें: ओपनएआई में 10 अरब डॉलर से अधिक निवेश की बातचीत में अमेज़न, एआई चिप्स के इस्तेमाल की योजना