भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने पीएसएलवी-C61/ईओएस-09 मिशन की विफलता का विश्लेषण पूरा कर लिया है। इसरो के अध्यक्ष वी. नारायणन ने बताया कि इस संबंध में विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर ली गई है और इसे जल्द ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सौंपा जाएगा।
नारायणन ने मीडिया से बातचीत में कहा कि मिशन में आई समस्या “छोटी” थी, लेकिन इसके बारे में विस्तृत जानकारी केवल प्रधानमंत्री को रिपोर्ट सौंपने के बाद ही साझा की जाएगी। उन्होंने आश्वासन दिया कि विश्लेषण से मिली जानकारी का उपयोग भविष्य में मिशनों की विश्वसनीयता बढ़ाने के लिए किया जाएगा।
पीएसएलवी-C61/ईओएस-09 मिशन का उद्देश्य पृथ्वी अवलोकन क्षमताओं को मजबूत करना और उन्नत रिमोट सेंसिंग तकनीक का परीक्षण करना था। हालांकि, लॉन्च के दौरान तकनीकी समस्या आने से मिशन अपने निर्धारित लक्ष्य को पूरी तरह हासिल नहीं कर सका।
और पढ़ें: निसार मिशन 90-दिवसीय महत्वपूर्ण कमीशनिंग चरण में प्रवेश
इसरो ने एक विशेष टीम बनाकर विफलता के कारणों का पता लगाया और मिशन से जुड़े सभी तकनीकी पहलुओं की गहन जांच की। अधिकारियों का कहना है कि रिपोर्ट में सुधारात्मक कदमों का भी उल्लेख किया गया है, जिससे भविष्य में ऐसे मुद्दों से बचा जा सके।
भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम ने हाल के वर्षों में कई बड़ी उपलब्धियां हासिल की हैं, और यह विश्लेषण सुनिश्चित करेगा कि आगामी मिशनों में उच्चतम स्तर की सटीकता और सुरक्षा बनी रहे।
और पढ़ें: सीईओ टिम कुक का बयान: एआई में प्रतिस्पर्धियों से आगे निकलने के लिए एप्पल बड़ा निवेश करने को तैयार