अमेरिका ने दो चीनी कंपनियों पर प्रतिबंध लगाए हैं, जिन पर आरोप है कि उन्होंने देश की प्रमुख चिप निर्माता कंपनी एसएमआईसी (Semiconductor Manufacturing International Corporation) के लिए उपकरण खरीदे। अमेरिकी वाणिज्य विभाग द्वारा प्रकाशित फेडरल रजिस्टर की सूची के अनुसार, जीएमसी सेमीकंडक्टर टेक्नोलॉजी (वूशी) कंपनी और जिकुन सेमीकंडक्टर टेक्नोलॉजी को औपचारिक रूप से एंटिटी लिस्ट (Entity List) में डाला गया है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि इन कंपनियों ने एसएमआईसी नॉर्दर्न इंटीग्रेटेड सर्किट मैन्युफैक्चरिंग (बीजिंग) कॉर्प और सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग इंटरनेशनल (बीजिंग) कॉर्पोरेशन के लिए आवश्यक उपकरण हासिल किए। अमेरिका का कहना है कि इस तरह की गतिविधियां उसके निर्यात नियंत्रण नियमों का उल्लंघन करती हैं और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा पैदा कर सकती हैं।
अमेरिकी अधिकारियों के अनुसार, एंटिटी लिस्ट में डाली गई कंपनियों के साथ व्यापार करने के लिए अब अमेरिकी कंपनियों को विशेष अनुमति लेनी होगी। यह कदम चीन की उन्नत सेमीकंडक्टर प्रौद्योगिकी तक पहुंच को सीमित करने की वाशिंगटन की व्यापक रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है।
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गौरतलब है कि सेमीकंडक्टर उद्योग आज की डिजिटल और तकनीकी दुनिया में रणनीतिक महत्व रखता है। अमेरिका और चीन के बीच पिछले कुछ वर्षों से चिप्स और उन्नत तकनीक को लेकर खींचतान तेज़ हुई है। अमेरिका का आरोप है कि चीन इन तकनीकों का इस्तेमाल सैन्य उद्देश्यों के लिए कर सकता है।
चीन की ओर से अभी तक इस नए अमेरिकी कदम पर औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि बीजिंग इसे अपनी कंपनियों पर अनुचित दबाव और वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला को बाधित करने की कोशिश के रूप में देख सकता है।
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