कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) क्षेत्र में कॉपीराइट विवादों के बीच एक ऐतिहासिक फैसला सामने आया है। एआई कंपनी एंथ्रॉपिक (Anthropic) ने लेखकों के एक सामूहिक मुकदमे (Class Action) को निपटाने के लिए 1.5 अरब डॉलर का भुगतान करने पर सहमति जताई है। मुकदमे में आरोप था कि कंपनी ने अपने एआई चैटबॉट Claude को प्रशिक्षित करने के लिए पायरेटेड (ग़ैरकानूनी रूप से उपलब्ध) किताबों का इस्तेमाल किया।
वादियों का कहना है कि यह समझौता कॉपीराइट वसूली के इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा समझौता है। लेखकों ने आरोप लगाया था कि उनकी लिखी गई पुस्तकों को बिना अनुमति और मुआवज़े के एआई मॉडल को सिखाने में उपयोग किया गया।
यह मामला एआई तकनीक और बौद्धिक संपदा अधिकारों के टकराव को उजागर करता है। एंथ्रॉपिक के खिलाफ मुकदमे के दौरान “फेयर यूज़” (Fair Use) पर कानूनी बहस तेज रही। वहीं, विशेषज्ञों का मानना है कि यह समझौता भविष्य में एआई कंपनियों और रचनात्मक उद्योगों के बीच नए संतुलन की दिशा दिखा सकता है।
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दिलचस्प बात यह है कि एंथ्रॉपिक का यह कदम ऐसे समय आया है जब अन्य कंपनियों के खिलाफ भी इसी तरह के मुकदमे चल रहे हैं। विशेषकर Meta पर अभी कॉपीराइट उल्लंघन को लेकर मामला विचाराधीन है। इससे स्पष्ट है कि एआई प्रशिक्षण में उपयोग होने वाले डेटा की वैधता आने वाले वर्षों में तकनीकी और कानूनी बहस का बड़ा मुद्दा बनी रहेगी।
विशेषज्ञ मानते हैं कि इस समझौते से लेखकों को न्याय मिलने के साथ-साथ एआई उद्योग के लिए पारदर्शिता और जिम्मेदारी की नई परिभाषा तय होगी।
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