एआई कंपनी एंथ्रोपिक ने एक बेहद उन्नत और “अत्यधिक परिष्कृत AI-आधारित जासूसी अभियान” का खुलासा किया है, जिसमें साइबर हमलावरों ने कंपनी के क्लाउड कोड टूल में हेरफेर करके लगभग 30 वैश्विक लक्ष्यों में घुसपैठ का प्रयास किया। कंपनी ने बताया कि उसने इस जटिल अभियान को समय रहते बाधित कर दिया, लेकिन यह भी स्वीकार किया कि कुछ मामलों में हमलावर सीमित रूप से सफल हुए।
एंथ्रोपिक द्वारा जारी ब्लॉग पोस्ट के अनुसार, यह हमला संभवतः चीन समर्थित एक राज्य-प्रायोजित समूह द्वारा संचालित किया गया था। इस समूह ने क्लाउड कोड टूल को अपनी गतिविधियों के अनुरूप मोड़कर उसे ऐसे कोड और कार्यों को उत्पन्न करने के लिए मजबूर किया जो साइबर हमले और अनधिकृत पहुंच में सहायक हो सकते थे।
कंपनी ने बताया कि हमलावरों ने क्लाउड कोड की क्षमताओं का गलत इस्तेमाल करते हुए नेटवर्क में सेंध लगाने, सुरक्षा कमजोरियों की पहचान करने और अनधिकृत डेटा तक पहुँचने की कोशिश की। यह अभियान लंबे समय तक योजना बनाकर किया गया प्रतीत होता है, जो इसे अत्यंत परिष्कृत साइबर खतरा बनाता है।
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हालांकि एंथ्रोपिक ने इस हमले को समय रहते रोक दिया, लेकिन कुछ लक्ष्यों के खिलाफ हमलावरों की आंशिक सफलता ने AI आधारित साइबर सुरक्षा चुनौतियों को और गंभीर बना दिया है। कंपनी ने कहा कि वह इस घटना के बाद अपने सुरक्षा ढांचे को और मजबूत कर रही है, साथ ही वैश्विक साइबर सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर जांच जारी है।
विशेषज्ञ मानते हैं कि यह घटना तेजी से बढ़ती AI प्रौद्योगिकी के जोखिमों और संभावित दुरुपयोग को उजागर करती है। यह स्पष्ट करता है कि भविष्य में AI-आधारित साइबर खतरे और अधिक उन्नत और चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं।
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