अमेज़न के संस्थापक जेफ बेज़ोस की एयरोस्पेस कंपनी ब्लू ओरिजिन पिछले एक साल से अंतरिक्ष में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) डेटा सेंटर विकसित करने के लिए आवश्यक तकनीक पर काम कर रही है। The Indian Witness की रिपोर्ट के अनुसार कंपनी अंतरिक्ष आधारित डेटा सेंटर्स की दिशा में तेजी से प्रगति कर रही है, जिनका उद्देश्य धरती पर बढ़ती बिजली और पानी की खपत की समस्या को कम करना है।
इसी बीच, एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स भी अंतरिक्ष में एआई कंप्यूटिंग क्षमता बढ़ाने की दिशा में बड़े कदम उठा रही है। रिपोर्ट के अनुसार, स्पेसएक्स अपने अपग्रेडेड स्टारलिंक सैटेलाइट्स का उपयोग एआई कंप्यूटिंग पेलोड होस्ट करने के लिए करना चाहती है। कंपनी इस तकनीक को एक संभावित शेयर बिक्री योजना के हिस्से के रूप में पेश कर रही है, जिससे उसका मूल्यांकन 800 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है।
ब्लू ओरिजिन और स्पेसएक्स दोनों ने इन रिपोर्टों पर कोई टिप्पणी नहीं की है और रॉयटर्स भी स्वतंत्र रूप से इन दावों की पुष्टि नहीं कर पाया है।
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अंतरिक्ष आधारित डेटा सेंटर की अवधारणा टेक कंपनियों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रही है, क्योंकि धरती पर डेटा सेंटर को ठंडा रखने के लिए बिजली और पानी की भारी मांग बढ़ गई है। बेज़ोस ने अक्टूबर में भविष्यवाणी की थी कि अगले 10 से 20 वर्षों में गीगावाट-स्तर के डेटा सेंटर अंतरिक्ष में बनाए जाएंगे। उनका कहना है कि अंतरिक्ष में 24/7 उपलब्ध सौर ऊर्जा, बिना मौसम के व्यवधान के, इन सेंटरों को धरती से ज्यादा प्रभावी बनाएगी।
उन्होंने कहा, “हम आने वाले दशकों में अंतरिक्ष में धरती से सस्ते डेटा सेंटर बना पाएंगे। वहां 24/7 सौर ऊर्जा है, न बादल हैं, न बारिश, न मौसम।”
दूसरी ओर, मस्क ने हाल ही में उन रिपोर्टों को गलत बताया जिनमें दावा किया गया था कि स्पेसएक्स 800 अरब डॉलर मूल्यांकन पर फंड जुटा रहा है। The Indian Witness की रिपोर्ट के मुताबिक, स्पेसएक्स 2026 में IPO के जरिए 25 अरब डॉलर से अधिक जुटाना चाहता है, जिससे कंपनी का मूल्यांकन 1 ट्रिलियन डॉलर से ऊपर जा सकता है।
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