हॉलीवुड और बॉलीवुड के प्रमुख समूहों ने भारतीय पैनल के सामने कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) मॉडल से कंटेंट की सुरक्षा की मांग की है। इस प्रयास में Motion Picture Association (MPA), जो वॉर्नर ब्रदर्स, पैरामाउंट और नेटफ्लिक्स का प्रतिनिधित्व करता है, और Producers Guild of India शामिल हैं। उन्होंने कहा कि भारत के कॉपीराइट कानून में बदलाव नहीं किया जाना चाहिए, बल्कि मौजूदा कानून को मजबूत किया जाना चाहिए ताकि फिल्म, संगीत और डिजिटल कंटेंट सुरक्षित रह सके।
संगठनों का कहना है कि AI मॉडल लगातार कंटेंट का इस्तेमाल कर रहे हैं, जिससे रचनाकारों और उद्योग को आर्थिक और कानूनी नुकसान होने की संभावना है। MPA ने यह भी बताया कि वैश्विक स्तर पर कई देशों में AI द्वारा कंटेंट के प्रयोग को लेकर नियम सख्ती से लागू किए जा रहे हैं और भारत को भी इसी दिशा में कदम उठाना चाहिए।
बॉलीवुड प्रोड्यूसर्स गिल्ड ने पैनल को बताया कि AI मॉडल बिना अनुमति किसी फिल्म, वेब सीरीज या संगीत का डेटा इस्तेमाल कर रहे हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि कंटेंट सुरक्षा के लिए सरकार और उद्योग के बीच सहयोगात्मक ढांचा बनाया जाए। यह कदम रचनात्मक उद्योग को आर्थिक और कानूनी जोखिम से बचाने में मदद करेगा।
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विशेषज्ञों का मानना है कि अगर भारत समय रहते AI से जुड़े कंटेंट सुरक्षा उपाय नहीं अपनाता है, तो देश के रचनात्मक उद्योग को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा में नुकसान हो सकता है। इस प्रकार, पैनल के समक्ष प्रस्तुत इस लॉबी का उद्देश्य AI से रचनात्मक संपत्ति की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।
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