नई दिल्ली में आयोजित इंडिया मोबाइल कांग्रेस (IMC) 2025 के उद्घाटन सत्र में केंद्रीय संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि भारत अब केवल प्रौद्योगिकी का उपभोक्ता नहीं रहा, बल्कि वैश्विक स्तर पर डिजिटल परिवर्तन का नेतृत्व करने वाला देश बन चुका है। उन्होंने कहा कि देश अब 5जी तकनीक की सीमाओं से आगे बढ़ते हुए 6जी, सैटेलाइट संचार और नई पीढ़ी की डिजिटल कनेक्टिविटी की दिशा में तेज़ी से अग्रसर है।
सिंधिया ने बताया कि भारत ने बीते कुछ वर्षों में दूरसंचार क्षेत्र में ऐतिहासिक उपलब्धियां हासिल की हैं। उन्होंने कहा कि 5जी नेटवर्क के रोलआउट की गति ने दुनिया को चकित कर दिया, और अब भारत वैश्विक मंच पर 6जी अनुसंधान और विकास में अग्रणी भूमिका निभाने के लिए तैयार है।
उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने "डिजिटल इंडिया" को केवल एक नीति नहीं, बल्कि जन-आंदोलन का रूप दिया है। इससे ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के बीच डिजिटल खाई कम हुई है और नागरिक सेवाओं की पहुंच बढ़ी है।
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सिंधिया ने जोर दिया कि आने वाले वर्षों में सैटेलाइट आधारित संचार भारत के दूरदराज के इलाकों में इंटरनेट कनेक्टिविटी को नया आयाम देगा। इसके साथ ही, सरकार ने नवाचार, स्टार्टअप्स और स्थानीय विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए कई नीतिगत सुधार किए हैं, जिससे देश "आत्मनिर्भर डिजिटल अर्थव्यवस्था" की दिशा में आगे बढ़ रहा है।
उन्होंने कहा कि भारत का लक्ष्य न केवल प्रौद्योगिकी में आत्मनिर्भर बनना है, बल्कि वैश्विक स्तर पर तकनीकी समाधान देने वाला अग्रणी देश बनना भी है।
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