पूर्व मेटा (Meta) शोधकर्ताओं ने अमेरिकी कांग्रेस के सामने गवाही देते हुए गंभीर आरोप लगाए हैं कि कंपनी ने बच्चों की सुरक्षा से संबंधित कई महत्वपूर्ण अध्ययनों को दबा दिया। छह शोधकर्ताओं ने कहा कि 2021 में जब मेटा कांग्रेस की जांच के दायरे में आई, तब कंपनी ने संवेदनशील सुरक्षा शोध कार्यों पर वकीलों को नियुक्त किया। इन वकीलों को यह अधिकार था कि वे रिपोर्टों की जाँच करें, उनमें बदलाव करें और ज़रूरत पड़ने पर उन्हें पूरी तरह से रोक दें।
शोधकर्ताओं का कहना है कि बच्चों पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के नकारात्मक प्रभावों पर किए गए अध्ययनों को न केवल कमजोर किया गया बल्कि कुछ रिपोर्टों को सार्वजनिक होने ही नहीं दिया गया। इससे यह संदेह गहराता है कि मेटा ने जानबूझकर ऐसे निष्कर्षों को छिपाने की कोशिश की जो उसके प्लेटफॉर्म्स के खिलाफ जा सकते थे।
गवाही में यह भी बताया गया कि इन अध्ययनों में विशेष रूप से बच्चों और किशोरों की मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं, सोशल मीडिया की लत और ऑनलाइन हानिकारक सामग्री से जुड़े खतरों को उजागर किया गया था। लेकिन वकीलों की दखलअंदाजी के कारण इन मुद्दों पर पारदर्शिता नहीं आ पाई।
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विश्लेषकों का मानना है कि यदि ये रिपोर्टें समय पर सार्वजनिक होतीं, तो सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा के लिए मजबूत नीतियां लागू की जा सकती थीं। कांग्रेस अब इस मामले को गंभीरता से ले रही है और मेटा से जवाबदेही की मांग कर रही है।
यह घटनाक्रम सोशल मीडिया कंपनियों की पारदर्शिता और जिम्मेदारी पर एक बड़ा सवाल खड़ा करता है, खासकर तब जब उनके प्लेटफॉर्म्स पर बच्चों और किशोरों की सुरक्षा दांव पर लगी हो।
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