एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंपनी ओपनएआई (OpenAI) ने निर्णय लिया है कि वह अपने वाणिज्यिक साझेदारों के साथ अपनी आय का 8% हिस्सा साझा करेगी। यह कदम एआई उद्योग में साझेदारी और सहयोग को बढ़ावा देने के तौर पर देखा जा रहा है।
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इस व्यवस्था के बाद भी कंपनी अपने पास भारी मुनाफ़ा रखेगी। राजस्व साझा करने और वास्तविक आय के बीच के अंतर से ओपनएआई के पास अतिरिक्त 50 अरब डॉलर से अधिक का राजस्व बना रहेगा। इसका अर्थ है कि कंपनी साझेदारों को प्रोत्साहित करते हुए भी अपने दीर्घकालिक मुनाफ़े की सुरक्षा सुनिश्चित कर रही है।
ओपनएआई, जो चैटजीपीटी जैसे लोकप्रिय एआई टूल्स के लिए जानी जाती है, ने हाल के वर्षों में तेज़ी से व्यावसायिक विस्तार किया है। कंपनी के उत्पादों और सेवाओं ने वैश्विक स्तर पर लाखों उपयोगकर्ताओं और हज़ारों कंपनियों को आकर्षित किया है। विश्लेषकों का कहना है कि साझेदारों के साथ आय साझा करने का यह निर्णय कंपनी के बिज़नेस मॉडल में संतुलन लाने और सहयोगियों को लंबे समय तक जोड़कर रखने की रणनीति का हिस्सा है।
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हालांकि आलोचकों का तर्क है कि 8% का हिस्सा तुलनात्मक रूप से कम है, जबकि कंपनी अपने पास कहीं अधिक लाभ रख रही है। इससे साझेदारों में यह सवाल उठ सकता है कि क्या यह व्यवस्था उनके लिए पर्याप्त फायदेमंद होगी।
इसके बावजूद, विशेषज्ञ मानते हैं कि यह घोषणा ओपनएआई की व्यावसायिक नीति में पारदर्शिता और भागीदारी की दिशा में एक सकारात्मक संकेत है। इससे कंपनी की तकनीकी पकड़ और भी मज़बूत होने की संभावना है।
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