अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एक बार फिर लोकप्रिय वीडियो-शेयरिंग ऐप टिकटॉक की बिक्री या डाइवेस्टमेंट की समयसीमा बढ़ा दी है। सूत्रों के अनुसार, यह चौथी बार है जब ट्रम्प प्रशासन ने इस मामले में राहत दी है।
दरअसल, अमेरिकी कानून के तहत टिकटॉक की मूल कंपनी बाइटडांस को जनवरी 2025 तक अमेरिका में अपनी इकाई बेचने या ऐप को पूरी तरह बंद करने का आदेश दिया गया था। सुरक्षा एजेंसियों और कई सांसदों का मानना है कि टिकटॉक राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा हो सकता है, क्योंकि इसके माध्यम से संवेदनशील डाटा चीन तक पहुँचने की आशंका है।
हालांकि, ट्रम्प प्रशासन ने अब तक कई बार इस कानून के सख्त प्रवर्तन को टाल दिया है। ताज़ा राहत के बाद बाइटडांस को अमेरिका में अपने विकल्पों पर विचार करने के लिए अतिरिक्त समय मिल गया है।
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रिपोर्टों के मुताबिक, ट्रम्प सरकार का दबाव है कि टिकटॉक को किसी अमेरिकी कंपनी को बेचा जाए ताकि डाटा सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। माइक्रोसॉफ्ट और अन्य कंपनियाँ पहले रुचि दिखा चुकी हैं, लेकिन अभी तक कोई ठोस समझौता नहीं हो पाया है।
विश्लेषकों का कहना है कि बार-बार समयसीमा बढ़ाना प्रशासन की दुविधा को दर्शाता है। एक तरफ सरकार राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर चिंतित है, वहीं दूसरी तरफ टिकटॉक के करोड़ों अमेरिकी उपयोगकर्ताओं और उनके डिजिटल अधिकारों को ध्यान में रखना भी आवश्यक है।
टिकटॉक के प्रवक्ताओं ने कहा है कि कंपनी अमेरिकी कानूनों का पालन करने के लिए प्रतिबद्ध है और अपने उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है।
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