देश की प्रमुख वाणिज्यिक वाहन निर्माता कंपनी अशोक लेलैंड ने वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) के नतीजे जारी किए हैं। कंपनी का शुद्ध लाभ 13% बढ़कर ₹594 करोड़ पर पहुँच गया है, जबकि पिछले वर्ष की समान तिमाही में यह ₹525 करोड़ था।
कंपनी की आय (Revenue) भी इस अवधि में मामूली बढ़ोतरी के साथ 1.5% बढ़कर ₹8,724 करोड़ रही। पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में कंपनी की आय ₹8,597 करोड़ रही थी। कंपनी का कहना है कि मजबूत मांग, उत्पादन क्षमता में सुधार और लागत प्रबंधन के कारण यह बेहतर प्रदर्शन संभव हो पाया।
अशोक लेलैंड के प्रबंध निदेशक एवं सीईओ शैलेश चंद्र ने कहा कि कंपनी ने घरेलू और निर्यात बाजार में स्थिर प्रदर्शन किया है। हालांकि, वैश्विक आर्थिक परिस्थितियों और इनपुट लागत के दबाव जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ा, फिर भी लाभप्रदता में वृद्धि दर्ज की गई।
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विश्लेषकों का कहना है कि वाणिज्यिक वाहनों की मांग में स्थिरता और सरकार द्वारा बुनियादी ढांचे में बढ़ते निवेश से आने वाले महीनों में कंपनी के प्रदर्शन को मजबूती मिलेगी। कंपनी का फोकस इलेक्ट्रिक वाहन खंड और नए उत्पाद लॉन्च पर भी रहेगा, जिससे भविष्य की विकास संभावनाएँ और बेहतर हो सकती हैं।
कंपनी ने संकेत दिया है कि वह आने वाली तिमाहियों में लागत नियंत्रण, तकनीकी उन्नयन और उत्पादन क्षमता विस्तार पर जोर देगी, ताकि बाजार में अपनी स्थिति और मजबूत की जा सके।