भारत में जीएसटी काउंसिल द्वारा किए गए हालिया कर सुधारों का सीधा असर ऑटोमोबाइल सेक्टर में देखने को मिला है। शेयर बाजार में ऑटो स्टॉक्स में तेज़ी दर्ज की गई। इनमें सबसे बड़ा उछाल महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयरों में देखा गया, जो लगभग 8% की छलांग लगाकर निवेशकों को बड़ा मुनाफा दे गए।
नए कर ढांचे के तहत पेट्रोल, एलपीजी और सीएनजी वाहनों जिनकी इंजन क्षमता 1,200 सीसी तक है और लंबाई 4,000 मिमी से कम है, तथा डीजल वाहनों जिनकी इंजन क्षमता 1,500 सीसी तक और लंबाई 4,000 मिमी तक है, उन पर जीएसटी दर को 28% से घटाकर 18% कर दिया गया है।
विश्लेषकों का मानना है कि इस फैसले से मध्यम वर्ग और पहली बार वाहन खरीदने वालों को सबसे अधिक लाभ मिलेगा। छोटी कारों की कीमत घटने से बिक्री में बढ़ोतरी की संभावना है। यह ऑटो कंपनियों की आय और उत्पादन स्तर को बढ़ाने में मददगार साबित हो सकता है।
ब्रोकरेज हाउसों ने भी ऑटो सेक्टर के लिए सकारात्मक दृष्टिकोण जताया है। उनका कहना है कि जीएसटी में कटौती से कंपनियों की बिक्री बढ़ेगी और शेयरों का प्रदर्शन बेहतर होगा। इस फैसले का असर केवल महिंद्रा ही नहीं, बल्कि मारुति, टाटा मोटर्स और हुंडई जैसी कंपनियों पर भी दिख सकता है।
सरकार का कहना है कि यह सुधार आम आदमी के हितों को ध्यान में रखते हुए किया गया है। इसका उद्देश्य वाहन उद्योग को प्रोत्साहित करना और रोजगार के अवसरों को बढ़ाना है।