भारतीय शेयर बाजार ने शुरुआती कारोबार में जोरदार उछाल दर्ज किया। यह तेजी देश की अर्थव्यवस्था के अपेक्षा से अधिक मजबूत प्रदर्शन के कारण देखी गई। अप्रैल-जून तिमाही में भारत की जीडीपी 7.8% की दर से बढ़ी, जो पिछले पाँच तिमाहियों में सबसे तेज वृद्धि है।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में सैकड़ों अंकों की तेजी के साथ खुला, जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी भी मजबूत बढ़त के साथ कारोबार कर रहा है। विश्लेषकों के अनुसार, उम्मीद से बेहतर आर्थिक वृद्धि निवेशकों के विश्वास को बढ़ा रही है और बाजार में सकारात्मक रुख पैदा कर रही है।
विशेषज्ञों का कहना है कि मजबूत जीडीपी आंकड़े भारत की अर्थव्यवस्था की मजबूती और स्थिरता को दर्शाते हैं। इससे विदेशी निवेशकों (FIIs) की भागीदारी भी बढ़ सकती है और घरेलू निवेशक भी अधिक सक्रिय हो सकते हैं।
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अर्थशास्त्रियों के अनुसार, यह वृद्धि मुख्य रूप से सेवा क्षेत्र, विनिर्माण और निर्माण गतिविधियों के अच्छे प्रदर्शन से संभव हुई है। सरकार के बुनियादी ढांचे पर बढ़ते खर्च और निजी निवेश में सुधार ने भी आर्थिक वृद्धि को गति दी है।
हालांकि, विशेषज्ञ यह भी मानते हैं कि मुद्रास्फीति और वैश्विक आर्थिक परिस्थितियां आगे के महीनों में बाजार की दिशा तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। फिलहाल, बेहतर आर्थिक संकेतकों ने बाजार में सकारात्मक माहौल बनाया है और निवेशकों का भरोसा मजबूत हुआ है।
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