भारतीय क्रिकेटर सरफराज़ खान ने मैदान से बाहर एक नई पारी शुरू की है—फिटनेस की। इंग्लैंड टेस्ट सीरीज़ के लिए भारतीय टीम से बाहर होने के बाद, इस 27 वर्षीय बल्लेबाज़ ने अपनी शारीरिक स्थिति को लेकर गंभीरता दिखाई और महज कुछ महीनों में 17 किलो वजन घटा डाला।
घरेलू क्रिकेट में अपनी विस्फोटक बल्लेबाज़ी के लिए पहचाने जाने वाले सरफराज़ को लंबे समय से फिटनेस को लेकर आलोचना का सामना करना पड़ा था। लेकिन इस बार उन्होंने न सिर्फ अपनी आलोचनाओं को गंभीरता से लिया, बल्कि उसे प्रेरणा में बदल दिया।
इंस्टाग्राम पर साझा की गई उनकी नई तस्वीरों ने फैंस को चौंका दिया। उनका यह ट्रांसफॉर्मेशन सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और प्रशंसकों से लेकर विशेषज्ञों तक, सभी उनके अनुशासन और मेहनत की सराहना कर रहे हैं।
डाइट में बड़ा बदलाव
सरफराज़ की इस फिटनेस यात्रा के पीछे केवल जिम नहीं, बल्कि रसोईघर में भी बड़ा बदलाव आया। उनके पिता और कोच नौशाद खान ने पहले ही बताया था कि परिवार ने मिलकर खानपान में व्यापक परिवर्तन किए हैं।
"हमने रोटी, चावल, शक्कर, मैदा और बेकरी की हर चीज़ बंद कर दी है," नौशाद ने हिंदुस्तान टाइम्स से बातचीत में कहा था।
"अब घर में ग्रिल्ड फिश, चिकन, उबले अंडे, ताज़ा सलाद, ब्रोकली, खीरा और एवोकाडो खाया जाता है। चाय की जगह ग्रीन टी और ग्रीन कॉफी अपनाई गई है। ये 1.5 महीने का कड़ा अनुशासन रहा है।"
यह बदलाव अस्थायी नहीं, बल्कि दीर्घकालिक सोच का हिस्सा है—शक्ति, ऊर्जा और मसल रिकवरी में सुधार के लिए।
क्रिकेट से आगे की तैयारी
टेस्ट डेब्यू भले ही अभी बाकी हो, लेकिन सरफराज़ अब साबित कर रहे हैं कि आधुनिक क्रिकेट में फिटनेस और फॉर्म दोनों ज़रूरी हैं। और वह अब दोनों मोर्चों पर खुद को तैयार कर रहे हैं।
1997 में मुंबई में जन्मे सरफराज़ ने अंडर-19 विश्व कप में शानदार प्रदर्शन कर राष्ट्रीय पहचान बनाई थी। रणजी ट्रॉफी में वे वर्षों से लगातार रन बना रहे हैं। आईपीएल में वे दिल्ली कैपिटल्स, पंजाब किंग्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर जैसी टीमों का हिस्सा रह चुके हैं।
अब उनके बदले हुए अवतार से यही संदेश जाता है—चुनौतियाँ चाहे जैसी हों, एक क्रिकेटर का असली खेल उसके भीतर की जिद और अनुशासन से शुरू होता है।