तारापुर विधानसभा चुनाव परिणाम 2025 में बीजेपी नेता और बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने भारी जीत दर्ज की है। उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी आरजेडी उम्मीदवार अरुण शाह को 1,22,199 वोटों के बड़े अंतर से हराया। अंतिम चरण की गिनती में अरुण शाह 45,820 मतों से पीछे रह गए। बिहार के मुंगेर जिले में स्थित कुशवाहा-प्रभावित इस सीट पर मुकाबला बेहद दिलचस्प रहा, लेकिन अंततः सम्राट चौधरी ने स्पष्ट बढ़त बनाकर जीत हासिल की।
क्यों महत्वपूर्ण है तारापुर?
तारापुर विधानसभा सीट जमुई लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आती है और सामान्य श्रेणी की सीट है। यहां की अर्थव्यवस्था कृषि और प्रवासी आय पर निर्भर रही है। सिंचाई, बेरोज़गारी, ग्रामीण सड़कें और बाढ़ नियंत्रण जैसे मुद्दे स्थानीय चिंता के केंद्र में हैं। इस सीट पर अब तक जदयू छह बार, कांग्रेस पाँच बार, आरजेडी तीन बार और अन्य दल एक-एक बार जीत दर्ज कर चुके हैं।
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2025 में आरजेडी के नेतृत्व वाला महागठबंधन (कांग्रेस, वाम दल, वीआईपी) एनडीए (बीजेपी, जदयू, एलजेपी रामविलास, हम, आरएलएम) के सामने था। जन सुराज के संतोष कुमार सिंह ने इस चुनाव को त्रिकोणीय बनाए रखा, जिससे मुकाबला और दिलचस्प हो गया।
तारापुर की राजनीतिक सामाजिक संरचना
तारापुर की जनसांख्यिकी बेहद विविध है, जिसमें लगभग 63,000 यादव, 20,000 मुसलमान, 50,000 सवर्ण (राजपूत, ब्राह्मण), 40,000 कुशवाहा, 35,000 साह और 28,000 दलित शामिल हैं। यही कारण है कि तारापुर को जातीय संतुलन और समीकरणों के लिहाज से अहम माना जाता है, जहां एक छोटे बदलाव से चुनावी नतीजे बदल सकते हैं।
2025 के चुनाव में सम्राट चौधरी की जीत बीजेपी के ओबीसी आधार के सुदृढ़ होने का संकेत भी मानी जा रही है, जिसने आरजेडी के जमीनी नेटवर्क को चुनौती देते हुए निर्णायक परिणाम दिया।
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