बिहार के भागलपुर जिले में एक 23 वर्षीय युवक की गुमशुदगी की शिकायत ने ऐसा भयावह मोड़ ले लिया, जिसने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया। जिस व्यक्ति ने युवक के लापता होने की सूचना पुलिस को दी थी, वही बाद में उसके जघन्य हत्या मामले में मुख्य आरोपी के रूप में सामने आया।
पुलिस के अनुसार, मृतक की पहचान अभिषेक कुमार के रूप में हुई है। दो दिन पहले उसका कटा हुआ शव एक प्लास्टिक के बोरे में भरा हुआ बरामद किया गया। यह मामला तब और सनसनीखेज हो गया जब जांच में सामने आया कि अभिषेक के लापता होने की रिपोर्ट उसके मामा संतोष कुमार ने ही दर्ज कराई थी, जो अब इस हत्या का प्रमुख आरोपी है।
24 दिसंबर को संतोष कुमार ने भागलपुर के नाथनगर थाना में लिखित शिकायत दी थी, जिसमें कहा गया था कि उसका भांजा अभिषेक पिछले दिन की शाम से लापता है। शिकायत के आधार पर पुलिस ने खोजबीन शुरू की। हालांकि, जांच आगे बढ़ने के साथ कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए।
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पुलिस सूत्रों का कहना है कि तलाशी के दौरान अभिषेक का क्षत-विक्षत शव एक बोरे में मिला, जिसे बेहद निर्ममता से ठिकाने लगाया गया था। प्रारंभिक जांच में हत्या के पीछे अवैध संबंध, ब्लैकमेलिंग और साइबर फ्रॉड जैसे गंभीर कारणों की आशंका जताई गई है।
पुलिस का कहना है कि आरोपी संतोष कुमार और मृतक के बीच पारिवारिक रिश्तों के बावजूद आपसी विवाद और पैसों को लेकर तनाव था। जांच में यह भी सामने आया है कि इस मामले में कुछ डिजिटल लेनदेन और ऑनलाइन गतिविधियों की भूमिका हो सकती है, जिसकी गहराई से जांच की जा रही है।
अधिकारियों ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और फॉरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। साथ ही, मामले से जुड़े अन्य लोगों की भूमिका की भी जांच की जा रही है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही इस सनसनीखेज हत्या की पूरी साजिश का खुलासा कर दिया जाएगा।
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