मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) चुनावों को लेकर सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन के भीतर सीटों के बंटवारे पर व्यापक सहमति बन गई है। मुंबई भाजपा के अध्यक्ष अमीत साटम ने शनिवार को बताया कि 227 वार्डों में से 207 सीटों पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के बीच सहमति हो चुकी है।
साटम के अनुसार, इस समझौते के तहत भाजपा 128 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जबकि शिवसेना (शिंदे गुट) 79 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। उन्होंने कहा कि शेष सीटों पर भी बातचीत जारी है और जल्द ही उन पर भी अंतिम निर्णय ले लिया जाएगा।
बीएमसी चुनाव 15 जनवरी को प्रस्तावित हैं और इन चुनावों में भाजपा और शिवसेना संयुक्त रूप से मैदान में उतरेंगी। यह गठबंधन राज्य में सत्तारूढ़ महायुति का हिस्सा है, जिसमें अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) भी शामिल है। साटम ने विश्वास जताया कि महायुति मुंबई की सत्ता बरकरार रखने में सफल रहेगी।
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उन्होंने कहा कि सीटों के बंटवारे को लेकर गठबंधन में सकारात्मक माहौल है और सभी सहयोगी दल एकजुट होकर चुनाव लड़ने के लिए प्रतिबद्ध हैं। साटम के मुताबिक, गठबंधन का उद्देश्य मुंबई के विकास, बेहतर नागरिक सुविधाओं और सुशासन को आगे बढ़ाना है।
बीएमसी देश की सबसे अमीर नगरपालिकाओं में से एक मानी जाती है और इसके चुनावों को महाराष्ट्र की राजनीति के लिहाज से बेहद अहम माना जाता है। लंबे समय तक शिवसेना के नियंत्रण में रही बीएमसी में इस बार मुकाबला और भी दिलचस्प होने की संभावना है, क्योंकि राजनीतिक समीकरण बदले हुए हैं।
भाजपा नेताओं का कहना है कि राज्य सरकार की नीतियों, बुनियादी ढांचे के विकास और शहरी सुधारों के आधार पर वे जनता के बीच जाएंगे। वहीं, शिवसेना (शिंदे गुट) भी अपनी सरकार के कामकाज और मुंबई के हितों को केंद्र में रखकर चुनाव प्रचार करेगी।
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