पूर्व मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी ने हाल ही में जारी नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (CAG) की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा है कि आंध्र प्रदेश की वित्तीय स्थिति तेजी से बिगड़ती जा रही है। उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट है कि राज्य की आर्थिक गति खो चुकी है, क्योंकि कई महत्वपूर्ण राजस्व स्रोतों में बहुत कम वृद्धि हुई है और कुछ में तो नकारात्मक वृद्धि दर्ज की गई है।
जगन मोहन रेड्डी ने कहा कि CAG की रिपोर्ट यह दर्शाती है कि राज्य सरकार की नीतियां राजस्व संग्रह और विकास में असफल रही हैं। उन्होंने मौजूदा सरकार पर आरोप लगाया कि उसकी अव्यवस्थित वित्तीय योजना के कारण राज्य की अर्थव्यवस्था गंभीर दबाव में आ गई है।
कैग रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि राज्य के कुछ प्रमुख स्रोतों जैसे कि वाणिज्यिक कर, उत्पाद शुल्क, और स्टांप शुल्क से होने वाली आमदनी में या तो बेहद मामूली वृद्धि हुई है या गिरावट दर्ज की गई है। इसके अलावा राज्य का कर्ज भी बढ़ा है, जिससे राजकोषीय घाटा और अधिक गहराया है।
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जगन ने चेतावनी दी कि यदि इस आर्थिक गिरावट को जल्द नहीं रोका गया, तो राज्य की सामाजिक योजनाओं और आधारभूत ढांचे पर इसका गंभीर असर पड़ सकता है। उन्होंने राज्य सरकार से पारदर्शिता लाने और आर्थिक सुधार के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की।
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