तमिलनाडु के मुख्यमंत्री और डीएमके अध्यक्ष एम.के. स्टालिन ने सोमवार (3 नवंबर 2025) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कड़ी चुनौती दी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने बिहार चुनाव प्रचार के दौरान तमिलनाडु के खिलाफ विभाजनकारी बयान दिए हैं और अगर उनमें साहस है, तो वे वही बातें तमिलनाडु में आकर दोहराएं।
स्टालिन ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मेहनती बिहारी मजदूरों पर तमिलनाडु में हमला किया जा रहा है। यह पूरी तरह झूठ है। हमारे राज्य में किसी भी प्रवासी मजदूर पर कोई हमला नहीं हुआ। तमिलनाडु हमेशा भाईचारे और एकता का प्रतीक रहा है, जो हर राज्य के लोगों का स्वागत करता है।”
उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री ने राजनीतिक लाभ के लिए गलत सूचनाएं फैलाईं, जबकि उन्हें देश के सभी नागरिकों का प्रतिनिधित्व करना चाहिए। “मोदी भूल गए कि वे केवल एक पार्टी के नहीं बल्कि पूरे देश के प्रधानमंत्री हैं,”।
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डीएमके प्रमुख ने साथ ही एआईएडीएमके नेता ई. पलानीस्वामी पर भी निशाना साधा, यह कहते हुए कि वे ‘डबल फेस्ड’ (दोहरी नीति वाले) हैं और भाजपा के डर से चुप हैं। स्टालिन ने कहा कि तमिलनाडु की जनता ऐसे झूठे प्रचार से प्रभावित नहीं होगी।
उन्होंने कहा कि बिहार जैसे राज्यों में झूठ बोलने से कोई फायदा नहीं होगा, क्योंकि सच यह है कि तमिलनाडु ने हमेशा मेहनतकश मजदूरों और प्रवासियों को सम्मान और रोजगार दिया है।
स्टालिन ने अंत में कहा, “प्रधानमंत्री मोदी को यहां आकर खुद देखना चाहिए कि हमारे राज्य में सभी लोग शांति और सद्भाव के साथ रहते हैं।”
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