एक अपराध विज्ञान (क्रिमिनोलॉजी) के छात्र को, जिसने एक साझा मकान में चुपचाप घुसकर चार युवाओं की नींद में निर्मम हत्या कर दी थी, बुधवार 23 जुलाई, 2025 को अदालत ने उम्रकैद की सजा सुनाई। इस अपराध ने पूरे अमेरिका को झकझोर कर रख दिया और महीनों तक देशभर में यह मामला चर्चा और रहस्य का विषय बना रहा।
ब्रायन कोहबर्गर नामक यह छात्र, जो उस समय पीएचडी कर रहा था, पर आरोप था कि उसने नवंबर 2022 में यूनिवर्सिटी ऑफ इडाहो के चार छात्रों—कायली गोंसाल्वेस, मैडिसन मोगन, ज़ाना कर्नोडल और एथन चैपिन—की उस समय हत्या कर दी थी जब वे गहरी नींद में थे। यह हत्या इडाहो के मॉस्को शहर में एक साझा छात्र आवास में हुई थी।
मामले की जांच और गिरफ्तारी के दौरान यह तथ्य सामने आया कि कोहबर्गर अपराध विज्ञान का विद्यार्थी था और उसने अपराध स्थल पर कुछ सुराग छोड़े थे, जिनके आधार पर डीएनए तकनीक से उसकी पहचान की गई।
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अदालत में सजा सुनाते हुए जज ने कहा कि यह अपराध न केवल क्रूर और सुनियोजित था, बल्कि इसने समाज की अंतरात्मा को झकझोर दिया है। कोहबर्गर को चार उम्रकैद की सजा सुनाई गई, बिना किसी पैरोल की संभावना के।
इस फैसले से पीड़ित परिवारों को कुछ हद तक न्याय की संतुष्टि मिली, हालांकि जज ने माना कि वे शायद कभी यह नहीं जान सकेंगे कि आखिर क्यों इन युवाओं को निशाना बनाया गया।
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