दिल्ली पुलिस ने एक बर्खास्त सीमा शुल्क अधिकारी को गिरफ्तार कर 27 करोड़ रुपये मूल्य की उच्च गुणवत्ता वाली ‘हाइड्रोपोनिक मारिजुआना’ बरामद की है। पुलिस का कहना है कि यह गिरफ्तारी भारत, थाईलैंड और संयुक्त अरब अमीरात में सक्रिय एक अंतरराष्ट्रीय ड्रग कार्टेल का पर्दाफाश करती है।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार, गिरफ्तार आरोपी रोहित कुमार शर्मा (35 वर्ष) पूर्व में केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड (CBIC) में इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत था। उसे 13 और 14 अक्टूबर की दरमियानी रात जनकपुरी के जनक सिनेमा के पास पकड़ा गया, जब वह ड्रग्स की एक बड़ी खेप डिलीवर करने जा रहा था।
पुलिस ने उसके पास से ₹44.42 लाख नकद, एक XUV गाड़ी और एक स्कूटर भी जब्त किया, जो कथित तौर पर ड्रग्स की बिक्री से प्राप्त राशि थी। पुलिस उपायुक्त (अपराध) संजीव कुमार यादव ने बताया कि आरोपी के पास से 21.5 किलो ‘हाइड्रोपोनिक मारिजुआना’ बरामद हुआ। यह एक विशेष प्रकार की ‘ओशन-ग्रोवन वीड’ है, जिसे वैज्ञानिक तरीके से उगाया जाता है और इसमें सामान्य गांजे की तुलना में दस गुना अधिक टेट्राहाइड्रोकैनाबिनॉल (THC) पाया जाता है। यह ड्रग अमीर तबके और पार्टी सर्किल में काफी लोकप्रिय है और आमतौर पर थाईलैंड से कूरियर के जरिए मंगाई जाती है।
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शर्मा इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में बी.टेक डिग्रीधारी है और उसने 2015 में सेवा ज्वाइन की थी। 2019 में वह केरल के कन्नूर हवाई अड्डे पर तैनाती के दौरान सोना तस्करी के मामले में गिरफ्तार हुआ था। विभागीय जांच के बाद 2023 में उसे सेवा से बर्खास्त कर दिया गया।
बर्खास्तगी के बाद शर्मा दुबई चला गया, जहां उसने बिहार निवासी अभिषेक के साथ मिलकर ड्रग तस्करी का नेटवर्क तैयार किया। पुलिस के अनुसार, उसने सीमा शुल्क विभाग में अपने पुराने संपर्कों का उपयोग कर थाईलैंड से ड्रग्स को गुवाहाटी जैसे कम निगरानी वाले हवाई अड्डों के जरिए भारत में मंगवाया। ड्रग बिक्री से हुई कमाई हवाला और क्रिप्टोकरेंसी के जरिये दुबई भेजी जाती थी। पुलिस मामले की आगे जांच कर रही है।
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