हांगकांग ने देशद्रोह के आरोपों में विदेश में रह रहे 19 लोकतंत्र समर्थक कार्यकर्ताओं पर इनाम घोषित किया है। पुलिस ने यह जानकारी देते हुए बताया कि इन कार्यकर्ताओं पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई की जा रही है और उनके खिलाफ जांच अब भी जारी है।
हांगकांग पुलिस ने कहा कि इन कार्यकर्ताओं पर “सरकार को अस्थिर करने की साजिश रचने” और “विदेशी ताकतों के साथ मिलीभगत” जैसे गंभीर आरोप हैं। अधिकारी ने बताया कि यह कदम देश की सुरक्षा बनाए रखने और कानून का उल्लंघन करने वालों को जवाबदेह ठहराने के लिए उठाया गया है।
पुलिस ने चेतावनी दी कि यदि आवश्यकता पड़ी तो इस मामले में और संदिग्धों के नाम सामने लाए जाएंगे और उन पर भी इनाम घोषित किया जाएगा। अधिकारियों ने यह भी कहा कि इन कार्यकर्ताओं को पकड़ने के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग लिया जा सकता है।
और पढ़ें: 16 से 18 वर्ष के किशोरों के बीच सहमति से संबंध को यौन शोषण न माना जाए: सुप्रीम कोर्ट में इंदिरा जयसिंह की राय
गौरतलब है कि हांगकांग में 2020 में चीन समर्थित राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लागू होने के बाद से सरकार विरोधी आवाजों और आंदोलनों पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है। कई प्रमुख कार्यकर्ता पहले ही विदेशों में शरण ले चुके हैं।
मानवाधिकार संगठनों और लोकतंत्र समर्थकों ने इस फैसले की कड़ी आलोचना की है। उनका कहना है कि सरकार का यह कदम असहमति की आवाज को दबाने और डर का माहौल बनाने का प्रयास है।
हांगकांग प्रशासन का यह रुख क्षेत्र में राजनीतिक स्वतंत्रता और मानवाधिकारों को लेकर नई बहस छेड़ सकता है।
और पढ़ें: भारत की पहली हाइड्रोजन चालित ट्रेन कोच का चेन्नई में सफल परीक्षण: अश्विनी वैष्णव