मध्य प्रदेश के मंत्री विजय शाह अपने विवादित बयान को लेकर विधानसभा में विपक्ष के निशाने पर आ गए हैं। कांग्रेस पार्टी ने मंत्री के इस्तीफ़े की मांग करते हुए कहा कि शाह का बयान न केवल अनुचित है बल्कि इससे राज्य सरकार की छवि धूमिल हुई है।
28 जुलाई 2025 को सुप्रीम कोर्ट ने भी विजय शाह को फटकार लगाई थी क्योंकि उन्होंने कर्नल कुरैशी के खिलाफ दिए गए अपने विवादित बयान पर सार्वजनिक माफी नहीं मांगी। कोर्ट ने चेतावनी दी थी कि शाह का रवैया न्यायालय के धैर्य की परीक्षा ले रहा है।
विधानसभा में कांग्रेस विधायकों ने जोरदार हंगामा किया और नारेबाजी करते हुए मंत्री को तत्काल पद से हटाने की मांग की। विपक्ष का कहना है कि जब सुप्रीम कोर्ट तक इस मामले में नाराजगी जाहिर कर चुका है, तो ऐसे मंत्री का पद पर बने रहना नैतिक रूप से गलत है।
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वहीं, विजय शाह ने कहा कि उनका बयान जानबूझकर तोड़ा-मरोड़ा गया है और वह कोर्ट के आदेशों का सम्मान करते हैं। उन्होंने संकेत दिया कि वह मामले को सुलझाने के लिए जल्द ही उचित कदम उठाएंगे।
राज्य की राजनीति में यह मामला गर्मा गया है और आने वाले दिनों में सरकार पर विपक्ष का दबाव बढ़ने की संभावना है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह विवाद विधानसभा सत्र के शेष दिनों में भी हावी रह सकता है।
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