झारखंड के चतरा ज़िले में एक अजीबो-ग़रीब मामला सामने आया है, जहाँ गेरुआ गाँव के निवासी मोहम्मद इर्शाद ने हंटरगंज थाने में खुद की गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई। दरअसल, इर्शाद ने पुलिस को बताया कि कुछ स्थानीय युवक उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे हैं और गांव में उनकी गुमशुदगी के फर्जी पोस्टर चिपका रहे हैं।
पिछले दो महीनों से लगभग दर्जनभर युवक इर्शाद को परेशान कर रहे हैं। जब वह अपने घर से बाहर निकले, तो उन्होंने देखा कि सार्वजनिक स्थानों और दुकानों पर उनकी गुमशुदगी के पोस्टर लगे हुए हैं। इन पोस्टरों में उन्हें 5 जुलाई से लापता बताया गया था और किसी को भी उनके बारे में जानकारी हो तो परिवार से संपर्क करने की अपील की गई थी।
इर्शाद ने बताया कि उन्होंने खुद ही सभी पोस्टर हटाए, लेकिन उत्पीड़न लगातार जारी है। बाज़ार जाते समय उन पर पत्थर फेंके जाते हैं और अपमानजनक बातें की जाती हैं। अब हालात ऐसे हैं कि वह सिर्फ नमाज़ अदा करने के लिए ही घर से बाहर निकलते हैं, और तब भी उन्हें निशाना बनाया जाता है।
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उन्होंने बताया कि जब उनकी पत्नी ने इसका विरोध किया तो युवकों ने उनके साथ भी बदसलूकी की। इर्शाद ने मोहम्मद आदिल, मोहम्मद छोटू, मोहम्मद आज़ाद और मोहम्मद सैफ़ का नाम विशेष रूप से लिया है। उन्होंने कहा कि इस उत्पीड़न से वह मानसिक तनाव में हैं और पुलिस से सख़्त कार्रवाई की मांग की है।
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