पटना के एक प्रमुख निजी अस्पताल पारस हॉस्पिटल में गोलियों की गूंज से हड़कंप मच गया, जब एक पैरोल पर छोड़े गए कुख्यात अपराधी चंदन मिश्रा को अज्ञात हमलावरों ने गोली मार दी। चंदन मिश्रा बिहार के बक्सर जिले का निवासी है और फिलहाल इलाज के लिए पैरोल पर बाहर था।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, चंदन मिश्रा को कई गोलियां लगी हैं और उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। उसे अस्पताल में तुरंत इलाज दिया जा रहा है। आईजी जितेंद्र राणा ने पुष्टि की कि घटना अस्पताल परिसर के भीतर हुई और शुरुआती जांच में यह मामला गैंगवार का प्रतीत हो रहा है। उन्होंने कहा, "हमलावर या तो प्रतिद्वंद्वी गैंग के सदस्य थे या चंदन मिश्रा के अपने गुट में ही किसी आपसी दुश्मनी का परिणाम हो सकते हैं।"
घटना के बाद अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए हैं। मरीजों और आगंतुकों की जांच-पड़ताल (फ्रिस्किंग) जैसी प्रक्रियाओं की गंभीरता से समीक्षा की जा रही है। यह घटना दर्शाती है कि अस्पताल जैसी संवेदनशील जगहों पर भी अब अपराधी बेखौफ होकर वारदात को अंजाम दे रहे हैं।
फिलहाल डॉक्टरों ने चंदन मिश्रा को मृत घोषित नहीं किया है, लेकिन उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। पुलिस ने घटनास्थल से सीसीटीवी फुटेज खंगालने शुरू कर दिए हैं और संभावित आरोपियों की तलाश जारी है।
इस घटना ने न सिर्फ अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था को कठघरे में खड़ा किया है, बल्कि बिहार में बढ़ते आपराधिक दुस्साहस को भी उजागर कर दिया है।